Varanasi News: वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस का 'ऑपरेशन सॉल्वर' जारी है. इसी क्रम में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद सॉल्वर गैंग के दो मास्टरमाइंड को पकड़ा गया है. आरोपियों के नाम कन्हैया लाल सिंह और क्रांति कौशल है. पुलिस को कस्टडी रिमांड पर लिए गए आरोपी नीलेश उर्फ पीके से पूछताछ के दौरान उसके वाराणसी से संबंधित सहयोगियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई थी.
जिसके बाद पुलिस ने कन्हैया लाल सिंह और क्रांति कौशल को सिंहपुर बाईपास के पास से सफारी नंबर UP65 CF 6677 के साथ गिरफ्तार किया है. कन्हैया लाल सिंह जनपद चंदौली में लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है जबकि क्रांति कौशल सुंदरपुर चितईपुर में साइबर कैफे चलाता है.
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त नीट परीक्षा से संबंधित सरगना नीलेश उर्फ पीके से करीब पांच साल से लगातार संपर्क में थे. साथ ही साथ उत्तर प्रदेश की विभिन्न नौकरियों की परीक्षाओं में जैसे सहायक शिक्षक, यूपीटेट, यूपीएसआई, एएनएम चिकित्सा विभाग, एसएससी व अन्य कई परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को सॉल्वरों के माध्यम से पास कराने के लिए दिल्ली, लखनऊ एवं कानपुर के अपने अलग साथियों के साथ एक समानांतर गैंग चला रहा था.
पुलिस आयुक्त ने बताया कि अभियुक्तों के पास से पांच महिला अभ्यर्थियों के ओरिजिनल अंक पत्र, प्रमाण पत्र आदि एवं फर्जी आधार कार्ड तथा काफी संख्या में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड बरामद हुए हैं. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
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