Varanasi News: वाराणसी के ट्रैफिक जाम की समस्या पर भड़के संकट मोचन मंदिर के महंत, सोशल मीडिया पर की शिकायत
Varanasi News: वाराणसी के प्राचीन संकट मोचन मंदिर के महंत विश्वंभरनाथ मिश्रा ने बनारस के सड़कों पर बिना परमिट के चलने वाले टोटो की शिकायत की है.
Varanasi News: बढ़ती आबादी व पर्यटकों के आवागमन के साथ बनारस में बेहतर सुविधाओं और व्यवस्थाओं की अधिक आवश्यकता देखी जा रही है. इसमें कोई संदेह नहीं की वाराणसी के हर क्षेत्र में सड़कों को चौड़ा किया गया है व अतिक्रमण के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान भी चलाए गए हैं लेकिन, कुछ ऐसे भी कारण है जिसकी वजह से आए दिन लोगों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है. वाराणसी में चलने वाले बिना परमिट टोटो वाहनों ने परेशानी को और बढ़ा दिया है. जिसे देखते हुए वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिर संकट मोचन के महंचत विश्वंभरनाथ मिश्रा ने इसके खिलाफ शिकायत की है.
वाराणसी के प्राचीन संकट मोचन मंदिर के महंत विश्वंभरनाथ मिश्रा ने बनारस के सड़कों पर बिना परमिट के चलने वाले टोटो को लेकर अपने सोशल मीडिया साइट से शिकायत की है. इस सवारी वाहन के चलते बनारस के प्रमुख मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार देखी जाती है, अक्सर ट्रैफिक जाम से लोगों को जूझना पड़ता है. इसकी प्रमुख वजह यह भी है कि टोटो चलाने वाले ज्यादातर चालक बिना किसी डर के ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए इधर-उधर वाहनों को चलाते हैं.
महंत विश्वंभरनाथ मिश्रा ने की शिकायत
नो एंट्री का उल्लंघन करने के साथ-साथ उन मार्ग से भी यह टोटो गुजरते हैं जहां से दो पहिया के अलावा अन्य वाहन प्रतिबंधित है. इसको लेकर संकट मोचन मंदिर के महंत विश्वंभरनाथ मिश्रा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा है कि 'वाराणसी में लोगों की आबादी से ज्यादा टोटो की आबादी ज्यादा बढ़ रही है. ट्रैफिक जाम का यह एक बड़ा कारण है . अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो इस शहर में चलना भी मुश्किल होगा.'
वाराणसी के प्रमुख मार्ग पांडेपुर, नई सड़क, बेनिया बाग, गिरजाघर, मैदागिन, भोजूबीर, कैंट लंका जैसे व्यस्त इलाकों में टोटो वाहन की संख्या पहले की तुलना में काफी बढ़ोतरी देखी गई है. टोटो चलाने वाले चालक मनमाने तरीके से नो एंट्री और अन्य प्रतिबंधित मार्ग पर वाहन लेकर गुजरते हैं. इसके अलावा आए दिन यात्रियों से मारपीट की भी शिकायत सामने आती है. आम लोगों द्वारा भी बनारस के बढ़ते ट्रैफिक जाम के लिए टोटो चालकों के मनमाने रवैया को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.