UP News: काशी की इस पाठशाला में हिंदू मुस्लिम बच्चे एक साथ करते हैं पढ़ाई, वेद-शास्त्र का होता है अध्ययन
Varanasi News: काशी की अनोखी पाठशाला को संचालित करने वाली प्रतिभा सिंह ने बताया कि साल 2013 से इस पाठशाला को संचालित किया जा रहा है. जिसमें बेसहारा बच्चों को वेद शास्त्र का अध्ययन कराया जाता है.
Varanasi School: दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी को सर्व विद्या की राजधानी कहा जाता है. कई पीढ़ी पूर्व से ही विदेश से भी लोग काशी में वेद और शास्त्र का अध्ययन करने के लिए आते रहें हैं. वहीं काशी में एक ऐसी पाठशाला भी है जहां पर हिंदू मुस्लिम बच्चे एक साथ वेद-शास्त्र का अध्ययन करते हैं और हैरान करने वाली बात तो यह है कि ये बच्चे समाज से पूरी तरफ वंचित हो चुके क्षेत्रों से आते हैं.
वाराणसी के सुंदरपुर स्थित इस पाठशाला को तकरीबन 10 सालों से प्रतिभा सिंह संचालित करती आ रहीं हैं. यहां मजहब और जाति की हर दीवार को तोड़ते हुए हर जाति धर्म के बच्चे न सिर्फ प्राथमिक शिक्षा का अध्ययन करते हैं बल्कि साथ में बैठकर सनातन शास्त्रों और वेद के बारे में भी पढ़ाई करते हैं. दर्जनों की संख्या में यह छोटे-छोटे बच्चे इससे पहले वाराणसी के सड़कों पर भीख मांगा करते थे और उनके परिवार भी समाज की मुख्य धारा से बिल्कुल हटे हुए थे.
साल 2013 में शुरू हुई काशी की यह पाठशाला
काशी की अनोखी पाठशाला को संचालित करने वाली प्रतिभा सिंह ने बताया कि साल 2013 से इस पाठशाला को संचालित किया जा रहा है. जिसमें सड़कों पर भीख मांगने वाले और बेसहारा बच्चों को प्राथमिक शिक्षा और वेद शास्त्र का अध्ययन कराया जाता है. हमारी संस्था में किसी प्रकार का बच्चों के साथ कोई भेदभाव नहीं होता, पढ़ाई के साथ-साथ हम उन्हें प्रतिदिन कुछ अल्पाहार की भी व्यवस्था करते हैं. वर्तमान में हमारी संस्था में 40 से अधिक बच्चे हैं. हमारा प्रमुख उद्देश्य यही है कि इन बच्चों के भविष्य को संवारते हुए इनके जीवन को अंधकारमय होने से बचाना.
नूर मोहम्मद ने सुनाया महामृत्युंजय मंत्र
वहीं मौके पर मौजूद छात्र नूर मोहम्मद से बातचीत की तो उन्होंने पूछे गए सवाल के दौरान न सिर्फ गणित के कुछ सवालों का जवाब दिया. इसके साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का भी स्पष्ट उच्चारण कर सबको हैरान कर दिया. निश्चित तौर पर बनारस में प्रतिभा मैडम की यह पाठशाला आज के समाज के लिए नजीर बन चुकी है.