Operation Ajay: इजराइल और फिलिस्तीनी हमास के बीच युद्ध जारी है. भीषण संघर्ष में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन अजय' चलाया जा रहा है. चार्टर्ड विमान के जरिए अब तक सैकड़ों भारतीयों की सकुशल स्वदेश वापसी कराई गई है. युद्धग्रस्त इजरायल से जत्थे में लौटे बनारस के छात्र ने आपबीती सुनाई. राहुल सिंह हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरूसलम में शोध करने इजरायल गए थे. उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर को घर आने के लिए विमान पकड़नेवाला था.
इजरायल से लौटे छात्र ने सुनाई आपबीती
एयरपोर्ट जाने की तैयारी के बीच मैसेज आया कि हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया है. हमले के बाद उड़ान रद्द होने से काफी निराशा हुई. राहुल सिंह गाजा से 100 किलोमीटर की दूरी पर रहते थे. हमास की तरफ से रॉकेट बरसाए जाने की लगातार सूचना मिल रही थी. सायरन की आवाज से पता चलता था कि स्थिति सामान्य नहीं है. कुछ असंवेदनशील जगह पर हमें जाने से मना कर दिया गया था. राहुल इजरायल के हालात को बयान करते हुए सहम जाते हैं. उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर को कुछ देर बंकर में रहकर खुद को सुरक्षित किया. परिजनों के बीच पहुंचकर राहुल सिंह काफी खुश हैं. हमास के इजरायल पर हमले से परिजन काफी बेचैन और घबरा गए थे.
बेटे को सुरक्षित पाकर परिजन काफी खुश
राहुल के पिता बताते हैं कि पत्र और मेल के माध्यम से भारत सरकार तक बेटे के इजरायल में फंसे होने सूचना दी. जवाब मिला कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए सरकार तत्पर है. ऑपरेशन अजय की पहली उड़ान तेल अवीव से भारत पहुंचने पर बेटे की वापसी का भरोसा बढ़ गया. कुछ दिन बाद बेटा सकुशल परिजनों के बीच पहुंच गया. परिवार ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है. हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरूसलम के छात्र राहुल सिंह का परिवार दुर्गाकुंड स्थित कबीर नगर कॉलोनी में रहता है.