Varanasi News: बीते वर्षों से काशी विश्व पटल पर एक नई पहचान के रूप में देखी जा रही है. दिनों दिन यहां पर पर्यटकों-श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ-साथ व्यापारिक दृष्टिकोण से भी यह शहर अब बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है. परिणाम स्वरुप काशी अब आर्थिक उन्नति के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ रही है. एबीपी लाइव को मिली जानकारी के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की वजह से जनपद के राजस्व-GST संग्रह में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है.


बीते वर्षों में काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के बाद से यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या ने सभी रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया है. वाराणसी के बेहतर कनेक्टिविटी और संसाधन की वजह से यहां पर व्यापारियों और चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग भी भारी संख्या में पहुंचे हैं. ऐसे में इसका सीधा सकारात्मक प्रभाव वाराणसी के आर्थिक क्षेत्र पर भी पड़ा है. विशेषतौर पर पिछले तीन वर्षों में वाराणसी का जीएसटी संग्रह लगातार बढ़ता हुआ देखा जा रहा है.  अपर आयुक्त राज्य कर वाराणसी डीएन सिंह ने बताया कि 2021-22 के मुकाबले 2023-24 में 14.3% की वृद्धि हुई है. जहां 2021-22 में जीएसटी संग्रह 1457.85 करोड़ रहा वहीं 2023 - 24 में 2015.36 करोड़ का जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड किया गया है. जीएसटी संग्रह का यह आंकड़ा साफ तौर पर  व्यापार और उद्योग में बढ़ोतरी का सूचक है.


काशी विश्वनाथ धाम की रही महत्वपूर्ण भूमिका
एबीपी लाइव को मिली जानकारी के अनुसार न केवल प्रमुख तिथियों पर बल्कि सामान्य दिनों में भी दूसरे शहरों से बड़ी संख्या में शिवभक्त काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचते  हैं. यह श्रद्धालु  वाराणसी के अन्य पर्यटन स्थलों पर भी पहुंचते हैं. इसके अलावा वाराणसी के खानपान के अलावा वाराणसी के पहनावे को भी उनके द्वारा खूब पसंद किया जाता है. व्यापार के साथ-साथ वाराणसी में पढ़ने लिखने और चिकित्सा उपचार के लिए भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. ऐसे में सीधे तौर पर वाराणसी के राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी देखी जा रही है. आने वाले समय में इसमें और बढ़ोतरी का अनुमान भी जताया गया है.


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