Banaras Hindu University: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आईआईटी (IIT) छात्रा के साथ हुई छेड़खानी के बाद कैंपस में सभी संकायों व विभागों के छात्रों में आक्रोश है. वहीं इस मामले में BHU, IIT कैंपस में बाउंड्री वॉल लगाने वाले निर्णय ने छात्रों के गुस्से को और बढ़ा दिया. हालांकि रविवार के दिन BHU कुलपति और IIT निदेशक व अन्य सदस्यों की मौजूदगी में उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें छात्रों की सुरक्षा संबंधित आधा दर्जन से अधिक निर्णय पर सहमति बनती नजर आ रही है.
जानकारी के मुताबिक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति सुधीर कुमार जैन और काशी हिंदू विश्वविद्यालय आईआईटी संस्थान के निदेशक प्रमोद जैन की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई. यह बैठक तकरीबन 3 घंटे तक चली, जिसमें परिसर में आधुनिक सीसीटीवी व्यवस्था को स्थापित कर निगरानी बढ़ाने, परिसर में लाइट की अच्छी व्यवस्था, सभी चेक पोस्ट पर निगरानी को बढ़ाना, विशेष तौर पर रात्रि 10:00 बजे से सुबह 5:00 तक सुरक्षा कर्मियों द्वारा कड़ी निगरानी रखने जैसे निर्णय पर सहमति बनी है.
छात्रों की सुरक्षा को लेकर बैठक
सीसीटीवी के अलावा महिला शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ते हुए जल्द से जल्द शिकायत के समाधान के लिए भी सहमति बनी है. आईआईटी कैंपस में दीवार बनाने जैसे गंभीर निर्णय को लेकर भी बैठक में विचार किया गया कि कैंपस में किसी प्रकार का दीवार बनाना समस्या का समाधान नहीं है. बल्कि सभी संस्थान द्वारा एकसाथ मिलकर ही परिसर में शांति व सुरक्षित माहौल बनाया जा सकता है.
छात्रों की सुरक्षा और परिसर के विभाजन वाले निर्णय को लेकर छात्रों में और भी गुस्सा देखने को मिल रहा है, जिसे लेकर वो BHU परिसर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर से मालवीय भवन पहुंचेंगे. इसमें विश्वविद्यालय परिवार के कर्मचारी और शिक्षक भी शामिल होंगे. हालांकि छात्रों के विरोध को देखते हुए आईआईटी कैंपस को सेपरेट करने वाले निर्णय से प्रशासन अब पीछे हटता नजर आ रहा है. ऐसे में देखना होगा की छात्राओं की सुरक्षा संबंधित लिए जा रहे इन फैसलों का जमीन पर कितना सकारात्मक असर देखने को मिलता है.