Wrestling Federation of India Elections: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद का चुनाव काफी रोचक हो गया है. बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के इस्तीफे से अध्यक्ष पद खाली चल रहा है. 21 दिसंबर को चुनाव और नतीजों की घोषणा निर्धारित है. चुनावी मैदान में देश भर से एक महिला सहित दो लोग उतरे हैं. एक नाम मूल रूप से चंदौली के रहने वाले संजय सिंह का भी है. संजय सिंह को बृजभूषण शरण सिंह का करीबी बताया जाता है. बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगने की वजह से अध्यक्ष पद विवादों में रहा है. 


दिलचस्प हुआ भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव


भारतीय कुश्ती महासंघ का बॉस बनने के लिए मैदान में उतरे संजय सिंह की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. वाराणसी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष राजीव सिंह उर्फ रानू ने बताया कि 51 वर्षीय संजय सिंह के परिवार का जुड़ाव खेती-किसानी से रहा है. संजय सिंह ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े हैं. वर्तमान में संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.




उन्होंने पुरुषों के साथ-साथ महिला पहलवानों को भी कुश्ती में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है. सन 2008 में वाराणसी कुश्ती संघ के जिलाध्यक्ष पद पर संजय सिंह रहे थे. उनके कार्यकाल में वाराणसी समेत आसपास जनपद की महिला पहलवानों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अवसर मिला.




बृजभूषण शरण सिंह के करीबी ने ठोकी ताल


राजीव सिंह बताते हैं कि संजय सिंह हर वर्ष अपने जन्मदिन पर 12 महिला पहलवानों को गोद लेते हैं. कुश्ती की प्रैक्टिस से लेकर डाइट संबंधित खर्च की जिम्मेदारी संजय सिंह उठाते हैं. बीते 10 वर्षों से संजय सिंह गोद लेकर महिला पहलवानों को कुश्ती में आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं.




बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव में 50 मतदाता वोट करेंगे. मतदाताओं में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हैं. देशभर से कुल दो उम्मीदवार अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं. संजय सिंह के अलावा अध्यक्ष पद की प्रत्याशी अनीता भी शामिल हैं. संजय सिंह के करीबियों का कहना है कि उन्हें ज्यादातर राज्यों से समर्थन प्राप्त है. इसलिए भारतीय कुश्ती महासंघ चुनाव का नतीजा संजय सिंह के पक्ष में जाएगा. 


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