वाराणसी: शराब मुक्ति के लिए इन महिलाओं ने चला रखी है अनोखी मुहिम, जानें- क्या ग्रीन गैंग
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में महिलाओं ने गैंग बनाकर शराब के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इन महिलाओं का संगठन ग्रीन गैंग के नाम से मशहूर है।
वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय। गुलाबी गैंग का नाम और हिम्मती महिलाओं के किस्से तो आपने सुने ही होंगे। काशी में इसी तर्ज पर महिलाओं का ग्रीन गैंग सक्रिय है। काशी की ग्रीन गैंग शराब मुक्ति के लिए फिर से मैदान में आ गयी है। 25 सदस्यी ग्रीन गैंग की महिलाओं ने शराब के खिलाफ अभियान चला रखा है। ये महिलाएं आसपास के गांवों में घूमकर-घूमकर लोगों से शराब से दूर रहने की अपील करती हैं।
ग्रीन गैंग का ऑपरेशन शराब मुक्ति लॉकडाउन में शराब की दुकान तो खुली लेकिन शराब की दुकान ने हर किसी को चिंता के साथ परेशानी में डाल दिया है। कोई बढ़े अपराध पर ध्यान केंद्रित कर रहा है तो कोई शराब बंदी की मांग कर रहा है लेकिन वाराणसी की ग्रामीण महिलाओं ने गांव के पुरुषों को जागरूक करने की मुहिम चला रखी है। बन्देपुर खुशियारी गांव की महिलाओं का ग्रीन गैंग शराब मुक्ति की मुहिम में फिर से आगे आ गया है। ये महिलाएं गीत गाकर व हाथ जोड़कर लोगों से शराब न पीने की अपील कर रही हैं।
शराब का गांव में हुआ प्रवेश खुशियारी गांव की आबादी लगभग 6700 है। इस गांव में ज्यादातर लोग मजदूर तबके के हैं। गांव के पास शराब के ठेके से पीकर आना और घर में मारपीट की घटनाएं यहां आम थीं। महिलाओं ने निजी संस्था की मदद से ग्रीन गैंग बनाया और अपने पूरे गांव को शराब मुक्त कर दिया था। लेकिन, बीते दिनों से लॉकडाउन में जब शराब की दुकानें खुलीं तब एक बार फिर से नशाखोरी की खबर इस गांव में आम हो गयी। वाराणसी की ये ग्रामीण महिलाएं शराब के खिलाफ रोजाना मुहिम चला रही हैं। इन्हें विश्वास है कि गांव के लोग शराब से दूर होंगे।