एंटरटेनमेंट डेस्क, एबीपी गंगा। हिन्दी सिनेमा के दिग्गज संगीतकार खय्याम को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के सुजय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पद्म भूषण और संगीत नाटक अकादमी से नवाजे जा चुके खय्याम को लंग्स इंफेक्शन के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।





खय्याम ने बतौर संगीतकार 17 साल की उम्र में शुरुआत की थी। उनका सफर लुधियाना में 1943 में शुरू हुआ था। साल 1953 में फुटपाथ फिल्म से उन्होंने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की और उसके बाद अनगिनत बॉलीवुड फिल्‍मों में संगीत दिया।



खय्याम ने कई हिट फिल्मों जैसे 'कभी-कभी' और 'उमराव जान' के लिए म्यूजिक कंपोज किया था। उन्हें अपने करियर का पहला मेजर ब्रेक ब्लॉकबस्टर मूवी 'उमराव जान' से मिला था, जिसके गाने आज भी इंडस्ट्री में और लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।


2007 में खय्याम को संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड और 2011 में पद्म भूषण से नवाजा। फ‍िल्‍म कभी-कभी और उमराव जान के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था। इतना ही नहीं उमराव जान के लिए वह नेशनल अवॉर्ड पाने में कामयाब रहे थे।पुलवामा हमले के दौरान उन्‍होंने शहीदों के परिवारों की मदद के लिए पांच लाख रुपये भी दिए थे।



खय्याम ने अपने 90वें जन्‍‍मदिन के मौके पर अपनी संपूर्ण संपत्ति दान करने की घोषणा की थी, जो तकरीबन 12 करोड़ थी। खय्याम और उनकी गायिका पत्नी जगजीत कौर ने फिल्म जगत के जरूरतमंद और उभरते संगीतकारों के लिए एक ट्रस्ट की घोषणा की है। इस ट्रस्ट का नाम 'खय्याम प्रदीप जगजीत चैरिटेबल ट्रस्ट' है और इसके मुख्य ट्रस्टी गजल गायक तलत अजीज और उनकी पत्नी बीना हैं।