अयोध्या, एबीपी गंगा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज और गवर्निंग काउंसिल की महत्वपूर्ण बैठक बंगलुरु में 25 दिसंबर यानी आज से शुरू हो रही है। ये बैठक 30 दिसंबर तक चलेगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में अयोध्या में  राम मंदिर निर्माण को लेकर चिंतन  और मंथन होगा। साथ ही,  मंदिर निर्माण की प्रक्रिया और उसमें विहिप की भूमिका को लेकर भी मंथन होगा।


हालांकि, बैठक शुरू होने से पहले ही विहिप से जुड़े लोग यह संकेत दे रहे हैं कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए जाने वाला ट्रस्ट उनके द्वारा प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल में परिवर्तन कर सकता है। इसको लेकर 20 दिसंबर को अहमदाबाद में राम मंदिर मॉडल से जुड़े आर्किटेक्ट और व्यवस्था वा देखरेख से जुड़े लोगों की एक बैठक भी हो चुकी है। जिसमें मंदिर मॉडल को लेकर चर्चा हुई है।


वहीं, दूसरी तरफ विश्व हिंदू परिषद ने यह साफ कर दिया है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर भले ही रामनवमी से शुरू होने की चर्चा है, लेकिन निर्माण की तिथि धार्मिक अनुष्ठानों को आत्मसात कर पत्रक देखकर मुहूर्त निकाला जाएगा और उसी तिथि पर राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा। हालांकि, उन्होंने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सरसंघचालक मोहन भागवत, देशभर के शंकराचार्यों और अखाड़ोंं के साधु-संतों के मौजूद रहने की इच्छा जताई है।


वही, शरद शर्मा ने कहा कि वर्ष में दो बार विश्व हिंदू परिषद की गवर्निंग काउंसलिंग की बैठक होती है। एक जून महीने में और उसके बाद फिर दिसंबर और जनवरी माह में ये बैठक होती है। इसमें देश-विदेश से ट्रस्ट से जुड़े लोग विश्व हिंदू परिषद के बुलाए जाते हैं। ये बैठक 5 से 6 दिन के लिए चलती है।


यह भी पढ़ें:


ABP GANGA TOP 30: राजनीति से लेकर यूपी-उत्तराखंड की खबरें पढ़ें सिर्फ एक क्लिक में

Uttar Pradesh LIVE News Update: पढ़ें-यूपी की हर छोटी-बड़ी अपडेट जानने के लिए करें क्लिक

PM मोदी का लखनऊ दौरा आज, अटल जी की 25 फुट ऊंची प्रतिमा का करेंगे अनावरण