प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में पिछले दो दिनों से हो रही हिंसा को विश्व हिन्दू परिषद ने प्रायोजित साजिश करार देते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने की मांग की है। वीएचपी के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत दौरे के दिन हिंसा फैलाकर इंटरनेशनल लेवल पर भारत की छवि खराब करने की साजिश के तहत दिल्ली को दहलाया गया है।


वीएचपी नेता ने कहा कि सरकार को अब कड़े कदम उठाते हुए आंदोलन को बल पूर्वक कुचलने का काम करना चाहिए। मिलिंद परांडे ने हिंसा ग्रस्त इलाकों की छतों की जांच ड्रोन कैमरों से कराए जाने की मांग की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन घरों में साजिश के तहत पहले से ही पत्थर इकठ्ठा कर रखे गए थे।



परांडे ने कहा है कि सीएए विरोधियों से बातचीत का वक्त अब खत्म हो गया है। जो लोग भी कानून तोड़ रहे हैं उन्हें कठोरता से कुचलने की जरुरत है। वहीं, अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केन्द्र सरकार ने श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन कर दिया है। ट्रस्ट में शामिल सभी राम भक्त ही हैं और राम मंदिर आंदोलन से भी लम्बे समय से जुड़े रहे हैं।



वीएचपी नेता ने कहा है कि उम्मीद है कि जिस तरह से अब तक ट्रस्ट की दो बैठकों में विस्तार और मंदिर निर्माण के लिए बैंक अकाउंट खोला गया है। उसी तरह से हिन्दुओं के सहयोग से ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा है कि मंदिर निर्माण में कोई सरकारी धन खर्च नहीं किया जायेगा। वहीं, मंदिर के शिलान्यास को लेकर कहा है कि अब आगे की सभी कार्ययोजना ट्रस्ट ही तय करेगा।