प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। यूपी की योगी सरकार एक तरफ प्रयागराज के माघ मेले को कुंभ की तर्ज पर आयोजित करने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी अमले की लापरवाही के चलते मेले में बदइंतजामी का आलम यह है कि वीएचपी जैसे हिंदूवादी संगठन को भी सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
मेले में साधु-संतों के शिविरों में बदइंतजामी के विरोध और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं की मांग को लेकर वीएचपी और बजरंग दल ने गुरूवार को माघ मेले में मेलाधिकारी दफ्तर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान वीएचपी कार्यकर्ताओं और संगठन से जुड़े साधु-संतों ने सरकारी अमले के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अफसरों पर सरकार की छवि खराब करने के लिए जानबूझकर बदइंतजामी किये जाने का गंभीर आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार माघ मेले को भी कुंभ की तर्ज पर दिव्य व भव्य स्वरुप देना चाहती है, लेकिन सरकारी अमला संतों, संस्थाओं व श्रद्धालुओं की न सिर्फ फजीहत कर रहा है, बल्कि उनके साथ अच्छा व्यवहार भी नहीं कर रहा है। इस मसले पर प्रशासनिक अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी चुप्पी इसलिए भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि कल यानी 10 जनवरी से माघ मेले की शुरुआत हो रही है और प्रशासनिक अमले ने औपचारिक प्रेस कांफ्रेंस तक नहीं की है। पुलिस विभाग जरूर मेले में सक्रिय नजर आ रहा है।