बाराबंकी. हाथरस की घटना के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जनपद में हुई एक 18 साल की युवती के साथ गैंगरेप के बाद की गयी निर्मम हत्या से कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं और उसके बाद राजनितिक पार्टियों को भी सरकार अपनी राजनैतिक माहौल गरम करने का मौका मिल गया. पुलिस ने आज मुख्य आरोपी दिनेश गौतम को गिरफ्तार कर खुलासा किया है तो वहीं, मृतका का पिता आरोपी की गिरफ्तारी से संतुष्ट नहीं दिख रहा है. पीड़ित पिता ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है, वहीं, पीड़ित परिवार से मिलने जा रही राजनीतिक पार्टियां भी अपनी राजनीति की रोटियां सेंकने में जुटी हैं.


पिता की सीबीआई जांच की मांग
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में इन दिनों सतरिख थाना क्षेत्र में हुई एक दलित युवती की गैंगरेप के बाद निर्मम की गयी हत्या और उसके साथ हुई दरिंदगी ने जनपद को हाथरस बना दिया है. लेकिन यहां शुरुआती दौर में पुलिस और जिला प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाई. घटना स्थल पर पहुंच जल्द से जल्द खुलासा करने का दावा किया. इस बीच समाजवादी पार्टी ,कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित भीम आर्मी से जुड़े लोगों को भी यहां सियासत करने का मौका दे दिया. आज सैकड़ों की संख्या में पहुंचे सपा और कांग्रेस पार्टी के साथ ही आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेताओं ने भी प्रदेश सरकार को घेरा. प्रदेश और जनपद में हुई इस दरिंदगी की घटना पर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने का दावा करते रहे कांग्रेस पार्टी की ओर से कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल पीड़िता के परिवार पहुंचा, जहां कांग्रेसी नेता आराधना मिश्रा उर्फ मोना के साथ साथ कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया भी वहां पहुंचे, जहां लोगों ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. आराधना मिश्रा ने कहा कि पीड़ित परिवार ने उन्हें बताया कि जो खुलासा हुआ है वो असली नहीं है. इस घटना में कई लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट ये बता रही है लड़की के साथ बड़ी ही दरिंदगी की गयी. उन्होंने कहा जबतक बेटी को इंसाफ नहीं मिल जाता वो लोग हटेंगे नहीं, आंदोलन करेंगे.


परिवार को धमकाया जा रहा है


वहीं, मृतका के पीड़ित पिता और मां के बिना इजाजत से उसके शव को जलाने को लेकर कांग्रेस और भीम आर्मी संगठन आमने सामने आ गए हैं. पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे भीम आर्मी के लोगों ने कहा कि पीड़ित परिवार को प्रशासन ने काफी डरा धमका दिया है, जिससे वो बोल नहीं पा रहा है. उन्होंने कहा जो मामला हाथरस में हुआ, यहां भी वही हुआ. पीड़ित परिवार को अंतिम संस्कार से दूर रखा गया, उसे लड़की का चेहरा नहीं दिखाया गया. जैसे हाथरस में हुआ, वैसे ही बाराबंकी प्रशासन ने यहां भी किया. उन्होंने कहा, यहां भी बिना माता-पिता की मर्जी के बिना शव को जला दिया गया है. वहीं, कांग्रेसी नेता पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया ने इसे खारिज कर दिया, क्योंकि वो खुद मौके पर थे.


वहीं, इस घटना को लेकर पुलिस द्वारा किये गए खुलासे से पीड़ित परिवार सन्तुष्ट नहीं है. लड़की के पिता ने कहा पुलिस ने जिसे गिरफ्तार किया है, खुलासा किया है वो निर्दोष है. वो परिवार में लड़की का रिश्ते में चाचा लगता है. वहीं, आरोपी दरिंदगी के आरोप में गिरफ्तार आरोपी दिनेश गौतम की बुजुर्ग मां और उसका भाई भी उसे निर्दोष बता रहे हैं, जिसके बाद लड़की के पिता ने घटना की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है.


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