UP News: उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश के कॉलेज में रैगिंग प्रतिबंधित है. लेकिन प्रदेश में अभी भी कुछ जगह रैगिंग पूरी तरह से बंद नहीं हुई है. अभी कुछ दिन पहले नोएडा के महर्षि यूनिवर्सिटी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है,वायरल वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह सीनियर जूनियर के रूम में जाकर मारपीट कर रहे है. वीडियो वायरल होने के बाद विवि प्रशासन की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया कि आरोपी छात्रों को निलंबित कर दिया गया है.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से यूपी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि भाजपा सरकार में प्रभुत्ववादी हिंसक वातावरण हर जगह आम हो गया है. दिखाने को प्रतिबंधित रैगिंग के बावजूद नये छात्र इसका शिकार हो रहे हैं. इस घटना का वीडियो सरेआम चल रहा है.अब भाजपा सरकार इस वीडियो को देखकर, मानसिक-शारीरिक रूप से चोटिल हुए जूनियर छात्रों के मान-सम्मान और शरीर का मुआवजा वसूलने के लिए क्या हिंसक छात्रों को चिन्हित करेगी.
'घटना की निष्पक्ष वैधानिक जांच हो'
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि आरोपी छात्रों पर सरकार कानूनन कोई दंडात्मक कार्रवाई करेगी या इनमें से एक-दो नाम निकालकर किसी समाज और समुदाय को बदनाम करेगी. हम हिंसा के शिकार हुए हर छात्र और उनके परिवारजनों की तरफ़ से माँग करते हैं कि इस अवैधानिक घटना की निष्पक्ष वैधानिक जांच हो और एक हफ़्ते में कार्रवाई हो. लगता है ये भी ‘छात्र-विरोधी भाजपा’ का एजेंडा है कि रैगिंग आदि से घबराकर, युवा न तो पढ़ाई करें, न नौकरी की माँग क्योंकि ‘नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं!.
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