मेरठ. कोरोना काल में रावण के पुतले का आकार भी छोटा हो गया है. आमतौर पर पचास फीट से लेकर सौ फीट के रावण हर बार दहन के वक्त देखे जाते थे. लेकिन इस बार यहां चार फुटिया रावण का पुतला पहली बार दिखा. मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर इस चार फुटिया रावण को जिसने भी देखा उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई.


रिक्शे पर सवार चार फुटिया रावण का पुतला ले जा रहे शख्स के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई. उसका कहना था कि रावण के इस पुतले को किसी पेट्रोल पम्प पर लगाया जाएगा. इस चार फुटिया रावण के पुतले के साथ साथ एक स्कूटी सवार भी चल रहा था. वो लगातार इस चार फुटिया रावण पर निगरानी ऱखे हुे था. कि कहीं रास्ते में ये गिर न जाए. इस स्कूटी सवार का कहना था कि इसी चार फुटिया रावण को बनवाने में ही अच्छी ख़ासी रकम खर्च हुई है.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो


इस चार फुटिया रावण के पुतले का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है. जो भी इस चार फुटिया रावण को देख रहा है वो यही कह रहा है कि महंगाई में रावण बौना हो गया है. ये तो ख़ैर चार फुटिया रावण का पुतला है. लेकिन जहां सबसे ऊंचे रावण का पुतला दहन होता था. वहां भी इस बार मात्र चालीस फीट का ही रावण जलाया जा रहा है. मेरठ के भैंसाली ग्राउंड पर आज रावण-कुम्भकर्ण और मेघनाद का पुतला जलाने का सबसे भव्य कार्यक्रम होगा.


यहां हर वर्ष कभी सौ फीट तो कभी एक सौ बीस फीट के रावण का पुतला जलाया जाता था. लेकिन इस बार यहां भी मात्र चालीस फीट के रावण का ही पुतला फूंका जा रहा है. लोग ये भी कह रहे हैं कि जब रावण की ससुराल में ये हाल है तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि और ज़िलों में रावण के पुतले का क्या कद होगा. कोरोना के मद्देनज़र इस बार मेरठ के भैंसाली ग्राउंड में रावण के पुतले के साथ साथ कोरोना का भी दहन होगा.


तीन घंटे की रामलीला 


मेरठ में इस बार रामलीला का भी आयोजन नहीं हुआ. आज मात्र तीन घंटे की रामलीला होगी. ये रामलीला शाम को शुरु होगी. और तीन घंटे में समाप्त हो जाएगी. इससे पहले मेरठ की रामलीला कम से कम दस दिन हुआ करती थी. वाकई में कोरोना ने बहुत कुछ बदलकर रख दिया है. रावण का कद भी.


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