Kanpur News: विजिलेंस टीम ने शनिवार को कानपुर में नगर निगम छापामार कार्रवाई करते हुए अपर नगर आयुक्त के पीए को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. अपर नगर आयुक्त के पीए ने पीड़ित से 30 हजार की घूस मांगी थी और 20 हजार लेने के बाद घूस की अगली किश्त दस हजार रुपये को लेकर पीड़ित पर दबाव बना रहा था. घूस की बकाया 10 हजार रुपये लेते हुए विजिलेंस टीम ने आरोपी पीए को धर दबोचा है.
दरअसल असलम नाम के शख्स को अपने पिता के कुछ जरूरी दस्तावेज नगर निगम से निकलवाने थे जिसको लेकर अपर नगर आयुक्त के पीए राजेश यादव ने पीड़ित असलम को कम करा देने का आश्वासन दिया था. इसके बदले में राजेश यादव ने असलम से 30 हजार रुपये की मांग की. पिछले तीन साल से आरोपी राजेश ने पीड़ित का काम नहीं कराया.
जब तीन सालों से कम नहीं हुआ तो पीड़ित ने आरोपी पीए से काम कराने को लेकर कहा जिस आरोपी ने घूस के बाकी बचे दस हजार रुपये की मांग की. आरोपी द्वारा फिर से पैसै मांगे जाने से परेशान होकर पीड़ित ने मामले की शिकायत विजिलेंस टीम से कर दी. जिस पर विजिलेंस टीम ने योजना के तहत के कार्रवाई करते हुए आरोपी पीए को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है.
क्या बोलें नगर आयुक्त?
वहीं मामले की जानकारी लगते ही नगर निगम आयुक्त सुधीर कुमार ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सभी तथ्यों को जानकारी की ओर पकड़े गए पीए के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के तहत उसे निलंबित करने की बात कही है. इस तरह से मैनेज जा रहे घूस की घटना न हो इसके लिए सबको हिदायत भी दी. सुधीर कुमार ने बताया कि इस तरह के कर्मचारी विभाग का नाम खराब करते हैं ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिये.
ये भी पढ़ें: PDP के साथ बीजेपी ने क्यों किया गठबंधन, भूपेंद्र चौधरी ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को दिया जवाब