विजय दिवस पर सीएम धामी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि, आश्रितों के लिए सरकार ने खोला खजाना
Vijay Diwas 2024 : विजय दिवस के अवसर पर देहरादून स्थित गांधी पार्क में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसमें सीएम धामी ने भी भाग लिया और शहीद सैनिकों के आश्रितों को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की.
Uttarakhand News Today: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजय दिवस के अवसर पर देहरादून स्थित गांधी पार्क में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर 1971 के भारत-पाक युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 1971 का युद्ध भारतीय सेना के अद्वितीय रणकौशल और राष्ट्र की अखंडता की रक्षा का प्रतीक है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीदों के बलिदान को नमन करते हुए कहा कि भारतीय सैनिकों ने न सिर्फ देश के स्वाभिमान की रक्षा की बल्कि दुश्मन को हर क्षेत्र में परास्त किया. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और वीर माताओं के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा की घोषणा की.
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 1971 युद्ध के वीर सैनिकों और उनके परिजनों को सम्मानित भी किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है. उन्होंने शहीदों की वीरता को आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया.
सीएम धामी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ा गया यह युद्ध स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय है. भारतीय सेना ने न केवल अपनी संप्रभुता की रक्षा की बल्कि मानवता और न्याय की स्थापना में भी अपनी भूमिका निभाई. यह युद्ध 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान की सेना के आत्मसमर्पण और बांग्लादेश की स्वतंत्रता के साथ समाप्त हुआ.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस युद्ध में भारतीय सेना की विजय ने पूरे विश्व को भारत की शक्ति और संकल्प का परिचय कराया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के हितों को सर्वोपरि मानती है. उन्होंने बताया कि सरकार ने शहीदों के परिजनों को मिलने वाली अनुदान राशि में वृद्धि की है.
कार्यक्रम में सीएम धामी ने ऐलान किया कि शहीद सैनिकों के माता-पिता और पत्नी दोनों को समान अधिकार देने का प्रावधान किया गया है, जिससे परिवार में किसी तरह का विवाद न हो. राज्य के वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त अनुदान राशि में भी बढ़ोतरी की गई है.
आश्रितों को नौकरी में वरीयता
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि शहीदों के आश्रितों को राज्य सरकार के अधीन नौकरियों में वरीयता के आधार पर नियुक्ति दी जा रही है. उन्होंने कहा, "मैं खुद एक सैनिक पुत्र हूं, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रक्षा क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलाव को देखकर गर्व महसूस करता हूं."
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे रक्षा सुधारों की सराहना की. उन्होंने कहा कि सैनिकों के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही हैं. सरकार द्वारा लागू की गई योजनाएं सैनिकों और उनके परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने में सहायक साबित हो रही हैं
कार्यक्रम में ये भी रहे मौजूद
विजय दिवस के इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक खजान दास, दर्जाधारी विश्वास डाबर, जिलाधिकारी सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह, और निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल (सेवानिवृत्त) समेत कई पूर्व सैन्य अधिकारी कार्यक्रम का हिस्सा बने. 1971 युद्ध के वीर सैनिकों, वीरांगनाओं और उनके परिजनों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजय दिवस पर लोगों से अपील की कि वे शहीदों के बलिदान को न केवल स्मरण करें बल्कि अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहते हुए उनके सपनों का भारत बनाने में योगदान दें. उन्होंने कहा कि शहीदों के त्याग और बलिदान से प्रेरणा लेकर प्रदेश और देश को सशक्त बनाना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
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