Atiq Ahmed News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की वकालत करने वाले वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद कई राज सामने आए हैं. दावा किया जा रहा है कि पुलिस से पूछताछ में विजय मिश्रा ने अतीक की पत्नी शाइस्ता और अशरफ की पत्नी जैनब को लेकर कुछ खुलासे किए हैं, जिसके बाद ने पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है.


पुलिस से पूछताछ में यह सामने आया है कि विजय मिश्रा, अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति की डील करने की कोशिश में लगा हुआ था. लखनऊ जेल में बंद अतीक के बेटे उमर से मुलाकात के बाद वह अपने जूनियर वकील के साथ लखनऊ के एक होटल में गया, जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई.


लखनऊ के होटल में जहां विजय पहुंचा था, वहां अतीक के परिवार की एक महिला भी मौजूद थी. माना जा रहा है कि विजय मिश्रा से पूछताछ के आधार पर उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कुछ और लोगों को कानूनी शिकंजे में ले सकती है.


Vijay Mishra News: लखनऊ में शाइस्ता या जैनब, किससे मिलने गया था विजय मिश्रा? पुलिस की जांच में सामने आई ये बात


नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया विजय
इससे पहले विजय मिश्रा को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया. पुलिस उपायुक्त (नगर) दीपक भूकर ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अभियुक्त विजय मिश्रा को धूमनगंज थाना की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया.


उन्होंने बताया कि विजय मिश्रा पर धूमनगंज थाने में आईपीसी की धाराओं 147, 148, 149, 302, 307, 506, 34, 120बी, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा सात , सीएलए अधिनियम की धारा सात और एससी एसटी अधिनियम की धारा 3(2) के तहत मुकदमा पंजीकृत है.


पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विजय मिश्रा को लखनऊ के एक होटल के बाहर गिरफ्तार किया गया और रविवार को रिमांड मजिस्ट्रेट की अदालत में उसे पेश किया गया. रिमांड मजिस्ट्रेट ने विजय मिश्रा को नैनी जेल भेजने का आदेश दिया.


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना में नाम आने के बाद से ही विजय मिश्रा फरार था और उसके खिलाफ अतरसुइया थाने में तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में एक मुकदमा दर्ज है.


विजय मिश्रा ने उमेश पाल की फोटो दी
पुलिस के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड की विवेचना के दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी कि उमेश पाल के कचहरी से निकलने के बाद विजय मिश्रा ने उमेश पाल की फोटो अतीक के बेटे असद को भेजी थी और उमेश पाल के रास्ते की जानकारी दी.


विवेचना के दौरान मिले तथ्यों और उम्रकैद की सजा काट रहे अतीक के वकील खान शौलत हनीफ के बयान के आधार पर विजय मिश्रा को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था.


बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो नगर की गत 24 फरवरी को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मुख्य अभियुक्त माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन समेत दो शूटर फरार हैं.