लखनऊ: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के निर्गम द्वार से कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि उज्जैन पुलिस इस कार्यवाही को लेकर विकास दुबे को अभिरक्षा में लिए जाने की बात स्वीकार रही है. पुलिस ने उज्जैन में अधिकृत रूप से कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं किया था. इसके अलावा अधिकृत गिरफ्तारी भी नहीं ली थी. पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे पर ₹5 लाख का इनाम रखा था.


यूपी पुलिस के अधिकारियों ने उज्जैन पुलिस से पूछा था कि यह इनाम किसे दिया जाए ? इसे लेकर जांच कमेटी बनाई गई. जांच कमेटी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह चौहान, आकाश भूरिया और रुपेश द्विवेदी को शामिल किया गया. इस कमेटी ने सभी बिंदुओं पर पड़ताल करने के बाद कुछ महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकाले हैं. इसके बाद दो दर्जन लोगों के नाम सामने आए हैं.


इन्हें स्वीकृति के लिए आला अधिकारियों को भेजा गया है. पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन के बाद इनाम पाने करने वालों के नाम कम और ज्यादा भी हो सकते हैं. एसपी ने बताया इनाम की सूची में महाकाल मंदिर से पकड़े जाने से लेकर एमपी के बॉर्डर पर छोड़ने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल किए गए हैं.


अभी तक यह नाम आए सामने
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर जिन लोगों को ईनाम मिलेगा, उनमें पुलिस ने हार फूल बेचने वाले सुरेश कहार, प्लाटून कमांडर रूबी यादव, निजी सुरक्षाकर्मी राहुल, लखन, महाकाल थाना प्रभारी अरविंद सिंह तोमर, निरीक्षक प्रकाश वास्कले, आरक्षक विजय राठौड़, सहायक उप निरीक्षक राजेंद्र शर्मा आदि के नाम तय हुए है.


पहली बार पकड़ाया 5 लाख का ईनामी
उज्जैन पुलिस के इतिहास में यह पहला मौका रहा है जब दूसरे प्रदेश के पांच लाख के इनामी को पकड़ा गया है. इसी वजह से इनाम के वितरण को लेकर पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि विकास को पकड़ने वाली टीम को 15 अगस्त को भी सम्मानित किया जाएगा.