Vikas Dubey Case: बिकरू कांड से पहले और बाद में दर्ज FIR से बड़ा खुलासा, आखिर दबिश में जल्दबाजी क्यों हुई?
Vikas Dubey Case: बिकरू कांड से पहले और बाद में दर्ज FIR से बड़ा खुलासा हुआ है. जिसमें पता चला है कि पुलिस ने दबिश में जल्दबाजी दिखाई.
कानपुर: यूपी के कानपुर जिले के बिकरू कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे कांड में बड़ा खुलासा हुआ है. 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के मामले में एफआईआर ने बड़ा खुलासा किया है. घटना के पहले और घटना के बाद दर्ज हुई FIR से ये खुलासा हुआ है कि पुलिस ने बिकरू गांव में विकास दुबे को पकड़ने के लिए दबिश डालने में जल्दबाजी की थी.
पुलिस ने दबिश डालने में जल्दबाजी क्यों दिखाई?
खुलासा हुआ है कि रात 11:52 बजे पर राहुल तिवारी की तरफ से एफआईआर दर्ज हुई थी और 12 :27 पर पुलिस दबिश डालने निकल गई थी. यानी की मुकदमा दर्ज होने के महज 35 मिनट में दबिश डाल दी गई थी. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस ने दबिश डालने में जल्दबाजी क्यों दिखाई? एफआईआर ने ही पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने का काम किया है.
जय बाजपेयी को लेकर भी एक नया खुलासा
इस बीच विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी को लेकर भी एक नया खुलासा हुआ है. जय बाजपेयी की फॉर्च्यूनर कार में सचिवालय का पास लगा था. पुलिस को नहीं पता कि जय बाजपेयी को विधायक का पास किसने दिया. पुलिस ने 13 दिनों तक जय बाजपेयी से पूछताछ की है. उसे अब जेल भेजा जा चुका है. यह भी पढ़ें:यूपी: विकास दुबे का ऑडियो वायरल,सिपाही को धमकी देते हुए कहा-'इतना बड़ा कांड करूंगा लोग याद रखेंगे'
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