Dehradun News: देहरादून के विकासनगर शहर में पालतू कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. बीते एक सप्ताह के भीतर 211 लोग कुत्तों के काटने के शिकार हो गए हैं, जिनमें से 80 फीसदी मामले पालतू कुत्तों के हैं. उप जिला अस्पताल विकासनगर में पीड़ितों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया गया. नगर पालिका ने कुत्तों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पंजीकरण के बाद यदि पालतू कुत्ते किसी राहगीर को काटते हैं, तो मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी


विकासनगर के उप जिला अस्पताल में आमतौर पर रोजाना कुत्तों के काटने के 15 से 20 मामले सामने आते हैं. लेकिन, बीते एक सप्ताह में यह संख्या तेजी से बढ़ गई. सोमवार को स्थिति और गंभीर हो गई, जब 46 लोग कुत्तों के काटने के बाद अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंचे.


स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार, इनमें से 169 मामले पालतू कुत्तों के थे. इनमें से कुछ लोगों को उनके ही पालतू कुत्तों ने काट लिया, जबकि कई राहगीरों पर सड़क पर घूमते पालतू कुत्तों ने हमला कर दिया.


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पुलिस को भी कुत्तों के काटने की कई शिकायतें मिली हैं. अब तक तीन राहगीरों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कुत्तों का आक्रामक व्यवहार चिंता का विषय बन गया है.


पशु चिकित्साधिकारी विकासनगर, डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि कुत्तों के काटने का कोई स्पष्ट कारण नहीं है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर प्रजनन काल के दौरान कुत्ते आक्रामक हो जाते हैं. इसके अलावा मौसम परिवर्तन, डर महसूस करना और क्षेत्रीय वातावरण में बदलाव के कारण भी कुत्तों का व्यवहार आक्रामक हो जाता है.


उन्होंने बताया कि गर्मियों में कुत्ते अधिक चिड़चिड़े हो जाते हैं, जिससे वे लोगों पर हमला कर देते हैं. उन्होंने लोगों को सतर्क रहने और पालतू कुत्तों को नियमित रूप से टीकाकरण कराने की सलाह दी.


शहर में बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नगर पालिका प्रशासन ने कुत्तों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अधिशासी अधिकारी बीपी भट्ट ने बताया कि जल्द ही गजट नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. इसके बाद सभी पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य होगा.


उन्होंने कहा कि पंजीकरण के बाद यदि कोई पालतू कुत्ता किसी राहगीर को काटता है, तो उसके मालिक पर कार्रवाई की जाएगी. इसके तहत जुर्माना या अन्य कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.


प्रशासन से इस समस्या पर सख्त कदम उठाने की मांग
शहर में पालतू कुत्तों द्वारा राहगीरों को काटे जाने की घटनाओं से लोग नाराज हैं. ह्यूमन राइट्स एंड आरटीआई एसोसिएशन के अरविंद शर्मा ने नगर पालिका को ज्ञापन सौंपकर पालतू कुत्तों के हमलों पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पालतू कुत्तों के काटने पर मालिकों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि लोग अपने कुत्तों को नियंत्रित रखें.


नगर पालिका प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने पालतू कुत्तों को घर में बांधकर रखें और सार्वजनिक स्थानों पर ले जाते समय पट्टा (लीश) लगाना अनिवार्य करें. अधिकारियों का कहना है कि यदि कुत्तों के काटने की घटनाएं नहीं रुकीं, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.


विकासनगर में पालतू कुत्तों के काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. बीते एक सप्ताह में 211 लोग कुत्तों का शिकार बने, जिनमें से 169 मामले पालतू कुत्तों के थे. नगर पालिका ने अब पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य करने का फैसला लिया है. साथ ही, कुत्तों के हमलों पर उनके मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी भी की जा रही है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या पर सख्त कदम उठाने की मांग की है.