ऐसा कई बार देखा गया है जब महिला प्रधान, पार्षद या फिर किसी अन्य पद पर काबिज महिला के बजाय उसका पति कामकाज देखता है. यूपी के बस्ती जिले में भी ऐसा मामला सामने आया है. सदर ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी के तौर पूनम नाम की महिला तैनात हैं, लेकिन पिछले तीन सालों से पूनम के बजाय उनका पति देवव्रत पूरा काम देख रहा है.
देवव्रत ही सदर ब्लॉक के आफिस में बैठता है. सिर्फ यही नहीं, देवव्रत सरकारी कागजों पर पत्नी की जगह खुद ही साइन कर देता है. देवव्रत गांवों के विकास कार्यों के मास्टर रोल पर भी साइन करता है. गांव में पत्नी की जगह जाकर सरकारी कामों की जांच पड़ताल भी करता है. मामला सामने आने के बाद जांच की बात कही जा रही है.
बता दें कि ग्राम विकास अधिकारी पूनम को 5 गांव का चार्ज मिला है. इन गांवों में भुअर सराय, कुसमौर, ओठगनपुर, भैंसनपुर और बक्सर शामिल हैं. आरोप है कि पिछले तीन सालों से पूनम का पति देवव्रत ही सचिव बनकर गांव-गांव जाता है और सरकारी कागजों पर साइन करता है. फर्जी सचिव को जब ब्लॉक में काम करते हुए पकड़ा गया तो पहले तो इनकार करता रहा. हालांकि जब उसको सरकारी अभिलेखों में साइन करने का वीडियो दिखाया गया तो उसने अपनी गलती स्वीकार की. हैरानी की बात है कि विभाग को कानों-कान इसकी खबर तक नहीं लगी.
ब्लॉक के बीडीओ का कहना है कि ये मामला मेरे संज्ञान में आया है और इसकी जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर सरकारी अभिलेखों में पत्नी की जगह पर पति साइन करता है तो ये गलत है. सचिव और उसके पति को बुलाकर मामले की जांच की जाएगी. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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