श्रावस्ती: स्वास्थ्य विभाग लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में जा जाकर लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए जागरूक कर रहा है. उसके साथ ही साथ गांव में ही वह कैंप लगाकर लोगों का वैक्सीनेशन कर रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी लोग डरे और सहमे हुए नजर आ रहे हैं. जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंचती है तो लोग कहते हैं अभी हमें मरना नहीं है. आखिर इन लोगों के बीच यह मौत का डर किसने पैदा किया है, सवाल यह है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों को मनाने और रिझाने पर लगी है कि, कोविड वैक्सीन से कुछ नहीं होता है. इस सिलसिले में जो लोग सड़कों पर घूमते हुये मिले उनको पकड़ पकड़ कर वैक्सीन लगाई जा रही है.
वैक्सीन का डर
श्रावस्ती जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में अगर देखा जाए तो कोरोना वैक्सीन के लगवाने से लोग कतराते नजर आ रहे हैं. लोगों के दिल में एक अजीब सा डर बैठा है. कहीं महिलाएं कहती हैं कि, हमें अभी मौत के मुंह में नहीं जाना है, तो कोई भागता हुआ नजर आता है. इसी सिलसिले में इकौना क्षेत्र में जहां पर ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं वैक्सीनेशन से कतराती हुई नजर आ रही हैं. वहीं, दूसरी तस्वीर इकौना बाजार की है, जहां पर लोगों को कोरोना वैक्सीन पकड़ पकड़ कर लगाई जा रही है.
ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन के नाम पर अफवाह
जगजीत इंटर कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में वैक्सीनेशन का कैम्प लगाया गया. जहां सड़कों पर 45 साल की उम्र से अधिक लोग गुजर रहे थे, उन को पकड़कर जबरदस्ती वैक्सीन लगाई गई. लेकिन वहीं, कुछ लोग इससे भागते हुये भी नज़र आये. उसके बावजूद भी लोगों का वैक्सीनेशन कराया गया. क्योंकि हमें कहीं ना कहीं लोगों की जान बचानी है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन के नाम पर अफवाह फैलाने वाला कौन है, किसने लोगों के दिलों में डर पैदा किया है, जो वैक्सीन से भागते हुए नज़र आ रहे हैं.
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