लखनऊः उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में थानेदार की दबंगई से परेशान होकर सैकड़ों ग्रामीणों ने हंगामा बोलते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया. घेराव कर रहे लोगों ने सलोन थाने में तैनात थानेदार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अपने कार्यालय में ग्रामीणों को बुलाकर मामले की जांच करने की बात कही. तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ. मामला सलोन थाना क्षेत्र के बगहा गांव का है.


ग्रामीणों ने की नारेबाजी


सलोन थाना क्षेत्र के बगहा गांव के रहने वाले सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया और जमकर थानेदार की खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान हंगामा होता देख पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को कार्यालय बुलाया और उनकी समस्या सुनी. जिसके बाद उन्होंने जांच करवा कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. तब कहीं जाकर ग्रामीण शांत हुए. काफी देर चले हंगामे के बाद ग्रामीणों ने थानेदार की मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोला था.


सलोन थानेदार पंकज त्रिपाठी पर आरोप


बताया जा रहा है कि सलोन थानेदार पंकज त्रिपाठी बीते काफी समय से अमित पासी नाम के युवक का उत्पीड़न कर रहा था. जिसकी शिकायत उसके परिजनों ने की है. जिसके कारण थानेदार पंकज त्रिपाठी के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करके जमकर नारेबाजी की.


अपर पुलिस अधीक्षक ने दिया कार्रवाई का भरोसा


अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव का कहना है कि कुछ ग्रामीण मेरे समक्ष आए थे. उन्होंने बगहा गांव थाना सलोन क्षेत्र के थानेदार पर आरोप लगाया है कि उनका एक साथी जिनका नाम अमित पासी है उनके ऊपर एक फर्जी मुकदमा लिख दिया गया है. मैनें थानाध्यक्ष और क्षेत्राधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि अमित पासी थाने का एक हिस्ट्रीशीटर है, जिसपर मुकदमा लगाया गया है और वह सही है. किंतु इसके बावजूद भी क्षेत्राधिकारी से जांच आख्या मांगी गई है और शीघ्र ही निष्पक्ष जांच आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.




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