UP Assembly Election: विकासशील इंसाफ पार्टी के संस्थापक और बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने निषाद पार्टी पर जोरदार तरीके से हमला किया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी यूपी चुनावों में 55 से 60 सीटों पर पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही हैं. बीजेपी पर निशाना साधते हुए मुकेश साहनी ने आरोप लगाया कि हमारे 106 उम्मीदवारों में अधिकतर का पर्चा भाजपा की सरकार ने खारिज करा दिया.
मुकेश साहनी ने दावा किया कि गोरखपुर और प्रदेश की जनता मजबूती से वीआईपी पार्टी के साथ है. निषाद पार्टी में कुछ लोग पार्टी नहीं बल्कि दुकान चला रहे हैं. एक दिन पहले ही हमने संजय निषाद का एक स्टेटमेंट देखा कि अखिलेश निषाद पर गोली चलाई समाजवादी पार्टी ने और गले लगाया मोदी जी ने. वे पूछना चाहते हैं कि जब उन्होंने गोली चलाई, तो 2018 में उनके साथ गठबंधन क्यों किया. 2019 में एक टिकट पर बीजेपी से समझौता कर लेते हैं. समाज का एजेंडा छोड़ देते हैं. फिर 2021 में एक टिकट और एक एमएलसी पर बीजेपी के गोद में बैठ जाते हैं.
डॉ संजय निषाद पर लगाया बड़ा आरोप
निषाद पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज आपको 10 टिकट मिले हैं उसमें से भई आपने दूसरे लोगों को टिकट दिया है. अपने पार्टी के कार्यकर्ता को एक टिकट नहीं दिया. फिर निषाद समाज का क्या होगा. समाज के हर नौजवान का क्या होगा, जिसने आपके लिए खून पसीना बहाया है. बिहार-उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरी दुनिया में कौन होगा, जो अपनी पार्टी रहते हुए भी अपने बेटे को बीजेपी से चुनाव लड़ा रहे हैं. ये पार्टी नहीं दुकान चला रहे हैं. किस तरीके से जैसे अन्य समाज के लोगों को पैसे पर टिकट दे रहे हैं. वो कैसी राजनीति कर रहे हैं ये किसी से छुपा नहीं है. डा. संजय निषाद हो, चाहे मुकेश सहनी हो, समाज हमारे साथ था, तो आज वे लीडर हैं. समाज हमारे साथ नहीं रहेगा, तो कल जीरो हो जाएंगे.
यूपी चुनाव को लेकर किया ये दावा
मुकेश साहनी ने दावा किया कि वीआईपी यूपी में पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है. 55 से 60 सीटों पर हम मजबूती के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. पूरे यूपी में निषाद और अन्य समाज के लोगों के साथ पार्टी के लोग भी एक-एक सीट पर जी-जान से जुटे हुए हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि यूपी की जनता वीआईपी पार्टी को स्वीकारेगी और आशीर्वाद देगी. 10 तारीख को इसका रिजल्ट भी आपको देखने को मिलेगा.
मछुआरा समाज के लिए कही ये बात
मुकेश साहनी ने कहा कि उन्होंने बिहार में भी संघर्ष किया है बहुत मेहनत की है. उसके दम पर वे आगे बढ़े हैं. बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है. दलित, मछुआरा और वन्य समाज के लोगों के लिए योजना ला रहे हैं, जिसमें उनका हित हो. उत्तर प्रदेश में ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा है. खासतौर से मछुआरा समुदाय के लिए हमारे बिहार में गंगाजी में फिशिंग करना फ्री है. मछुआरा समाज के लिए सरकार के तरफ से कार्ड बनाया जाता है. बड़े-बड़े तालाब और घाट हैं. जहां पर फ्री फिशिंग है.
अपना एजेंडा भूले संजय निषाद
मुकेश साहनी ने आरोप लगाया कि संजय निषाद कहीं न कहीं अपने एजेंडे को भूल गए हैं और अपने समाज को छोड़कर भाजपा के साथ काम कर रहे हैं. हमारी पार्टी यूपी और झारखंड में भी बिहार की तर्ज पर निषाद समाज के हक की लड़ाई लड़ेगी. उन्होंने कहा कि पूरा विश्वास है कि उत्तर प्रदेश और झारखंड और बिहार के निषाद समाज एकसाथ मिलकर 2024 में आरक्षण लेगा. यूपी चुनाव को लेकर उन्होंने दावा किया कि हम पूरे उत्तर प्रदेश में घूम रहे हैं. हर एक सीट पर जा रहे हैं और लड़ाई लड़ रहे हैं. वहां पर एक ही नारा है कि आरक्षण नहीं, तो गठबंधन नहीं. गठबंधन नहीं, तो वोट नहीं. हमारा एक ही उद्देश्य है कि यूपी में बीजेपी को हराने का काम करें.