लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण के कथित तीन अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। अब इस पूरे मामले सामने आ रहे षड़यंत्र की जांच का आदेश दिया गया है। इस मामले में वैभव कृष्ण के द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर को हापुड़ ट्रांसफर कर दिया गया है। हापुड़ में नोएडा के सेक्टर 20 थाने में दर्ज हुई इस एफआईआर की जांच होगी। हापुड़ के एसपी इस मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इसका पर्यवेक्षण आईजी रेंज मेरठ करेंगे। इस मामले पर आईजी कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने साफ कहा है कि मामले की जांच की जा रही है, जांच पर अफसरों की निगाह है। वहीं दूसरी ओर इस वीडियो को बनाने और वायरल करने के षड्यंत्र में शामिल दोषियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।


वहीं दूसरी ओर नागरिक संशोधन कानून के विरोध की आड़ में हुई हिंसा में उजागर हुए पीएफआई कनेक्शन पर जांच की जा रही है। प्रवीण कुमार ने कहा कि हिंसा वाले जिले में एसआईटी बलवाइयों की शिनाख्त कर रही है। बलवाइयों की शिनाख्त के बाद कार्रवाई होगी। हिंसा में जिसका नाम आएगा उस पर कार्रवाई होगी। शिनाख्त के बाद पीएफआई कनेक्शन तलाश किया जाएगा। फिलहाल पीएफआई के किसी भी ठिकाने पर छापेमारी नहीं की जा रही है, सिर्फ बलवाइयों की धरपकड़ का दौर जारी है।


वायरल वीडियो का मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान


यूपी पुलिस में हड़कंप मचानेवाले इस प्रकरण में आईजी रेंज मेरठ आलोक सिंह से जांच रिपोर्ट मांगी गई हैं। पूरे मामले पर आईजी रेंज की रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि एसएसपी वैभव कृष्ण द्वारा मुख्यमंत्री को एक गोपनीय रिपोर्ट भेजी गई थी लेकिन उन्हें यह रिपोर्ट अबतक नहीं मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएम ऑफिस से गोपनीय रिपोर्ट मांगी है। जानकारी के मुताबिक एसएसपी नोएडा ने मुख्यमंत्री को भेजी अपनी रिपोर्ट में आईपीएस अफसरों पर भ्रष्टाचार के तमाम आरोप लगाए थे। वैभव कृष्ण ने इस मामले के पीछे ऐसे ही अफसरों को मुख्य साजिशकर्ता बताया है।