Visakhapatnam Gas Leak: बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा, 100 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती;सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
Visakhapatnam Gas Leak: विशाखापट्टनम गैस लीक मामले में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। 100 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती है। इस बीच सीएम जगन मोहन रेड्डी ने मुआवजे का ऐलान किया है।
एबीपी गंगा। विशाखापट्टनम की एलजी पॉलिमर कंपनी में हुए गैस रिसाव कांड में 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। इस बीच गैस रिसाव मामले की जांच का जिम्मा 5 सदस्यीय कमेटी को सौंपा गया है। वहीं, मुख्यमंत्री सीएम जगन मोहन रेड्डी ने पीड़ितों के लिए मुआवजा का ऐलान किया है। उन्होंने जॉर्ज हॉस्पिटल में भर्ती पीड़ितों से मुलाकाल कर उनका हालचाल जाना।
मुख्यमंत्री ने हादसे में अपनी जान गंवा बैठे लोगों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये और पीड़ितों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं, अस्पताल में डिस्चार्ज हो चुके पीड़ितों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह 2.30 बजे आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी में खतरनाक गैस का रिसाव हुआ। जिस वक्त ये घटना घटी, लोग अपने घरों में सो रहे थे। इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हुए हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन और नेवी ने पांच गांवों को खाली करा लिया है, लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
गैस रिसाव की वजह से लोगों को सिरदर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या होने लगी। लोग बेसुध सड़क पर इधर-उधर पड़े नजर आए। एंबुलेंस में भरकर उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। सांस लेने में दिक्कत होने वालों को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।
इस बीच दक्षिण कोरिया की कंपनी एलजी केमिकल्स ने बताया कि विशाखापत्तनम स्थित पॉलिमर संयंत्र में गैस रिसाव अब नियंत्रण में है। हादसे में 2,000 से अधिक लोगों प्रभावित हुए हैं। कंपनी ने बताया कि वो स्थानीय निवासियों और कर्मचारियों की मदद के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है। अपने बयान में कंपनी ने कहा, 'गैस का रिसाव अब नियंत्रण में है, लेकिन गैस रिसाव की वजह से लोगों को चक्कर आने या जी मिचलाने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। हम सभी प्रभावितों को उचित इलाज सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।' वहीं, कंपनी स्टीरीन मोनोमर गैस के रिसाव के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं। बता दें कि जिस गैस का रिसाव हुआ है, वो प्लास्टिक के उत्पादन में काम आती है।