प्रयागराज, एबीपी गंगा। अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किये जाने के बाद अब मंदिर आंदोलन से जुड़े कारसेवकों को सम्मानित किये जाने की तैयारी की जा रही है। कारसेवकों को सम्मानित करने और आंदोलन में अपनी जान गंवाने वालों को नमन करने का यह आयोजन गैर सरकारी होगा।


विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सरकार व राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों को बुलाया जाएगा। यह कार्यक्रम चैत्र महीने में प्रयागराज में आयोजित किये जाने की तैयारी है। कारसेवकों के सम्मान में समारोह आयोजित किये जाने की पुष्टि खुद श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने की है। उन्होंने इसका एलान यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और वीएचपी के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद किया है।


उनके मुताबिक आज की बैठक में मंदिर निर्माण शुरू होने से पहले कारसेवकों को सम्मानित करने का प्रस्ताव आया। इस पर सभी ने सहमति जताई। यह तय हुआ कि यह आयोजन हिन्दू नववर्ष के पहले महीने यानी चैत्र में प्रयागराज में ही आयोजित किया जाए, जिसमे यूपी से जुड़े उन चुनिंदा कारसेवकों को सम्मानित किया जाए, जिन्होंने मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका अदा की थी। इसके साथ ही मंदिर आंदोलन में अपनी जान गंवाने वाले कारसेवकों को नमन करते हुए उनके परिवार वालों को बुलाए जाने पर भी सहमति बनी। यह भी तय हुआ कि सरकार इसमें सीधे तौर पर शामिल नहीं होगी। हालांकि आयोजन के अंतिम स्वरुप को लेकर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ज़्यादा कुछ बोलने से बचते रहे, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ आयोजन विश्व हिन्दू परिषद का होगा, जिसमे सरकार- ट्रस्ट व बीजेपी से जुड़े लोगों को अतिथि के तौर पर बुलाया जाएगा


स्वामी वासुदेवानंद का कहना है कि राम मंदिर आंदोलन में कारसेवकों ने बड़ी कुर्बनियां दी हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सम्मान समारोह को लेकर चर्चा हुई है। इस समारोह में राममंदिर आन्दोलन में अपनी जान की आहूति देने वाले कारसेवकों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया जायेगा।