वाराणसी. श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर अब मूर्त रूप लेने लगा है. मन्दिर परिसर का प्रदीक्षणा यानी परिक्रमा मार्ग के द्वार अब दिखने लगे हैं. इसके साथ ही मन्दिर चौक पर यात्री सुविधा की बिल्डिंग भी अंतिम चरण में है.


तेजी से चल रहा है परिक्रमा मार्ग का काम


चुनार के पत्थरों पर नक्काशी के खम्भे गुजरात से आकर अब विश्वनाथ धाम कॉरिडोर की शोभा बढाने लगे हैं. 18 खम्भों से मंदिर के परिक्रमा मार्ग का पहला द्वार तैयार है और बाकी के 18 स्तंभों से दूसरा द्वार तैयार किया जाना है. मन्दिर परिसर में कुल चार परिक्रमा द्वार बनने हैं और एक द्वार अब पूर्ण रूप में दिखने लगा है.


पांंच लाख स्कवॉयर फीट में बन रहा है विश्वनाथ धाम कॉरिडोर


आपको बता दें कि विश्वनाथ धाम कॉरीडोर लगभग पांच लाख स्क्वायर फीट में बन रहा है. इस पूरे परिसर में मंदिर चौक, जलपान केंद्र, मुमुक्षु भवन, यात्री सुविधा के तीन केंद्र ,भोग शाला, प्रवेश द्वार, सिक्योरिटी ऑफिस , यूएलिटी बिल्डिंग, वैदिक केंद्र गेस्ट हाउस और गोयनका लाइब्रेरी, जेट्टी जलसेन टेरिस जेट्टी वुड सेंटर बनना है. इसके साथ ही प्रदक्षिणा मार्ग यानी परिक्रमा मार्ग के चार द्वार बनने हैं. चार द्वारों के पीछे मंडोवर बनना है, जिसे मंदिर की दीवार कहेंगे. आने वाली अगस्त 2021 तक विश्वनाथ धाम के कार्य को पूर्ण करके दे देना है. काम तेजी से जारी है. मन्दिर चौक की बिल्डिंग भी अंतिम चरण में है.


विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बाबा के परिसर का बदला हुआ रूप ही नहीं होगा बल्कि काशी आने वाले भक्तों को महादेव की सफल भक्ति और वो भी सुविधाओं का एहसास कराएगा. देश के प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री का सपना अब मूर्त रूप लेने लगा है.


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