मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कुछ लोगों को बर्मा (म्यांमार ) का विदेशी नागरिक बताते हुए उनके फर्जी वोट बनवा लेने की शिकायत गांव के कुछ लोगों ने की है. जिसकी जांच के बाद 16 लोगों के वोट निरस्त करते हुए वोट बनाने वाले ब्लॉक लेवल अफसर (बीएलओ) को भी निलंबित कर दिया गया. वोट निरस्त होने के बाद परिवार के लोग चिंतित हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है.


जांच में निकले भारतीय नागरिक


जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पाया कि, ये लोग भारतीय नागरिक ही हैं. और छैमार (कलंदर) जाति के हैं, जो टेंट लगा कर जगह-जगह घूमते फिरते हैं. पुलिस के मुताबिक मुरादाबाद और आसपास के जनपदों में इस तरह के लगभग 60 परिवार 1947 से ही अलग अलग जगहों पर रहते हैं और इनकी आपस में रिश्तेदारियां भी हैं. पुलिस रिपोर्ट मिलने के बाद मुरादाबाद के जिला अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि, ये लोग भारतीय नागरिक ही हैं लेकिन वोटर बनाने की जो नियम शर्ते हैं वो पूरी न होने के कारण वोट निरस्त किए गये हैं.


बीएलओ पर कार्रवाई


मुरादाबाद में ब्लॉक लेवल अफसर (बीएलओ) पर ग्राम प्रधान के साथ मिलीभगत कर 16 रोहिंग्याओं को फर्जी तरीके से वोटर बना देने के आरोप लगाते हुए गांव के कुछ लोगों ने शिकायत की, जिसके बाद जांच में आरोप सही साबित होने पर एसडीएम ने सभी वोट कैंसल करने के आदेश दिए और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बीएलओ (सहायक अध्यापक) प्रशांत कुमार को निलंबित कर दिया है.


सामने आई थी शिकायत


यह मामला मुरादाबाद जिले के भगतपुर ब्लाक के भोजपुर थाना इलाके के रुस्तमपुर तिगरी ग्राम पंचायत से जुड़ा है. म्यांमार से भारत आकर अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं को फर्जी तरीके से वोटर बनाए जाने की शिकायत गांव के ही पीरबख्श और अन्य लोगों ने एक फरवरी 2021 को की थी. आरोप था कि ग्राम प्रधान शकील अहमद ने फर्जी कागज लगाकर बीएलओ से मिलीभगत कर रोहिंग्याओं को वोटर बनवा दिया.


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