यूपी लोकसभा चुनाव के छठे दौर में हुई सबसे कम वोटिंग
यूपी में लोकसभा चुनाव के छठे चरण की 14 सीटों पर मतदान खत्म हो गया है। इस दौर में 54.12 फीसदी मतदान हुआ। हालांकि ये पिछली बार के मुकाबले कम है।
लखनऊ, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान भी खत्म हो चुका है। उत्तर प्रदेश में 14 लोकसभा सीटों के लिए 12 मई को वोट डाले गए। रविवार को मतदान खत्म होने के बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वर लू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वोटिंग से जुड़े आंकड़े बताते हुए कहा कि शाम 6 बजे तक 54.12 फीसदी मतदान रहा है। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 2014 के मुकाबले इस बार वोटिंग कम रही। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 2014 में 54.53 फीसदी मतदान रहा था।
14 लोकसभा सीटों पर मतदान के दौरान 90 बैलेट ईवीएम यूनिट बदले गए। 78 कंट्रोल यूनिट रही जबकि 140 वीवीपैट को बदलना पड़ा। वेंकटेश्वर लू की माने तो इस दौर में अब तक सबसे कम वोटिंग देखने को मिली।
2014 के मुकाबले इस बार प्रतापगढ़, फूलपुर, संतकबीरनगर, लालगंज, जौनपुर, मछली शहर,भदोही में मतदान प्रतिशत कुछ बढ़ा है।मतदान को दौरान भदोही में भाजपा विधायक दीनानाथ भास्कर पर एक पीठासीनअधिकारी की पिटाई के मामले में एफआईआर दर्ज की गई।
कई जगहों पर चुनाव का बहिष्कारफूलपुर के सोरांव विधानसभा क्षेत्र में दयालपुर रेलवे स्टेशन की मांग को लेकर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया। प्रशासनिक अधिकारियों के मनाने के बावजूद प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर के बूथ संख्या 212 और 213 पर सिर्फ तीन और दो मत पड़े। बूथ संख्या 214 पर एक भी वोट नहीं पड़ा। प्रतापगढ़ के विधानसभा क्षेत्र विश्वनाथगंज के बूथ संख्या 164 प्राथमिक विद्यालय सहिजनपुर के लोगों ने जनप्रतिनिधियों के क्षेत्र में न आने और सड़क निर्माण को लेकर बहिष्कार किया।
अधिकारियों के मनाने पर 11 बजे से मतदान शुरू हो सका। इसी विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय लढवत मतदान केंद्र पर सई नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर बहिष्कार की घोषणा की गई थी। अधिकारियों के मनाने के बाद लोगों ने दोपहर 12.30 बजे से वोट डालना शुरू किया। संतकबीरनगर लोकसभा क्षेत्र के घनघटा प्राथमिक विद्यालय मझगावा मतदान केंद्र के मतदाताओं की शिकायत खराब सड़क को लेकर थी। वहां भी लोगों को मनाने के बाद दो बजे से मतदान शुरू हो सका। आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के गोपालपुर प्राथमिक विद्यालय के महाजी देवरा जदीद से जुड़े मतदाताओं की मांग बांध से सटे पुल के निर्माण की थी। वहां भी शाम पांच बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा।