Dussehra 2022: देहरादून के परेड ग्राउंड में दशहरे की धूम है. भारी संख्या में यहां लोग मौजूद हैं. लंका दहन और रावण मेघनाथ पुतलों को देखने के लिए लोग परेड ग्राउंड में पहुंचे हुए हैं. दो साल बाद कोरोना की वजह से ये बड़ा आयोजन हो रहा है. बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा हिंदू धर्म का खास पर्व है. धूमधाम के साथ दशहरा को देश भर में मनाया जाता है. विजयादशमी पर रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन होता है.
असत्य पर सत्य की विजय का पर्व है दशहरा
दशहरा अश्विन मास को मनाया जाता है. विजयादशमी अहंकारी रावण के पतन को दर्शाता है. रावण का वध करने के बाद से ही पर्व को असत्य पर सत्य की जीत की खुशी में मनाया जाता है. विजयादशमी का पर्व काम, क्रोध, मोह, लोभ, मद, अहंकार, हिंसा जैसी बुरी आदतों से दूर रहने की प्रेरणा देता है.
अलग अलग जगहों पर हो रहा है रावण वध
देश भर में अलग अलग जगहों पर रावण का वध किया जा रहा है. दशहरा पर लोग दोस्तों, रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं देते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में अंतर्राष्ट्रीय दशहरा समारोह का हिस्सा बने. शारदीय नवरात्रि के समापन पर देहरादून में शाम छह बजकर पांच मिनट पर परेड ग्राउंड में रावण का पुतला दहन किया गया. लोगों ने खुशी के मौके पर जमकर आतिशबाजी की. परेड ग्राउंड पर अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की गई थी.
पटना में जलने से पहले गिरा रावण का पुतला
पटना के गांधी मैदान में जलने से पहले तेज हवा के कारण रावण का पुतला जमीन पर गिर गया. रावण वध को देखने 50 हजार लोगों की भीड़ जमा थी. रावण के पुतले की ऊंचाई 70 फीट, मेघनाद के पुतले की ऊंचाई 65 और कुंभकर्ण के पुतले ऊंचाई 60 फीट बनाया था. गांधी मैदान में भगवान राम के चलाए गए तीर से पुतला धू-धू कर जल उठा.