Watch: अखिलेश यादव पहुंचे पुलिस मुख्यालय, सपा के ट्विटर हैंडल हेड की गिरफ्तारी के बाद पारा हाई
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) रविवार को मनीष जगन अग्रवाल (Manish Aggarwal) के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस मुख्यालय पहुंच गए.
UP Politics: लखनऊ (Lucknow) में बीते दिनों समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) मीडिया सेल के ट्विटर (Twitter) पेज पर एफआईआर (FIR) दर्ज हुई थी. अब इस मामले में एक्शन हुआ है. सपा का दावा है कि है पार्टी कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल (Manish Aggarwal) को लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) के द्वारा गिरफ्तार किया गया है. जिसके बाद पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सीधे लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंच गए.
सपा ने रविवार ट्वीट कर दावा कि है कि पार्टी ट्विटर हैंडल हेड मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ट्वीट कर सपा ने लिखा, "समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करना , निंदनीय एवं शर्मनाक. सपा कार्यकर्ता को अविलंब रिहा करे पुलिस."
पुलिस मुख्यालय लखनऊ में मौजूद माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, अब भी कोई जिम्मेदार व्यक्ति उपस्थित नहीं। @Uppolice pic.twitter.com/kRugHcpUms
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 8, 2023
सपा ने शेयर किया वीडियो
बता यहीं खत्म नहीं हुई, इसके बाद अखिलेश यादव मुख्यालय पहुंच गए. इसका वीडियो भी सपा ने शेयर किया है. वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि मुख्यालय में सपा प्रमुख के पहुंचने पर कोई भी मौजूद नहीं था. सपा ने ट्वीट कर लिखा, "माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय, लखनऊ पहुंचे. मुख्यालय में कोई जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद नहीं."
उन्होंने ट्वीट कर वीडियो शेयर करते हुए आगे लिखा, "पुलिस मुख्यालय लखनऊ में मौजूद माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, अब भी कोई जिम्मेदार व्यक्ति उपस्थित नहीं." बताया जा रहा है कि सपा मीडिया सेल ट्विटर हैंडल से लागात हो रहे ट्वीट के बाद ये कार्रवाई हुई है.
बता दें कि इससे पहले सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल के खिलाफ लखनऊ में तीन एफआईआर दर्ज की गई थी. उनके खिलाफ ये एफआईआर लखनऊ स्थित हजरतगंज थाने में दर्ज की गई थी. ये शिकायत अभद्र टिप्पणी की जाने के मामले में है.
एक एफआईआर बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक के ओर से भी दर्ज कराई गई थी. जिसमें एक दिसंबर के ट्वीट का हवाला देकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था.