Sanjay Nishad News: निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) पूरे उत्तर प्रदेश में संवैधानिक अधिकार यात्रा निकाल रही है. इसी क्रम में 35वें दिन शुक्रवार (3 जनवरी) को यात्रा आजगढ़ पहुंची, यहां पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया. इस बीच डीआईजी आवास के बाहर पुलिस कर्मी से उनकी बहस हो गई. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है.
'कुछ लोगों के पेट हो रहा दर्द'
डीआईजी आवास के बाहर सुरक्षा कर्मियों से विवाद पर डॉ संजय निषाद ने कहा, 'मैं शुरू से कहता आया हूं और आज भी कह रहा हूं कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी पूर्व की सरकारों से प्रेरित हैं.' उन्होंने कहा कि 'निषाद समाज को आगे बढ़ते हुए देख कर इन लोगों के पेट में दर्द हो रहा है और वे यह नहीं देख पा रहे हैं कि कैसे आज निषाद समाज का बेटा आगे बढ़ रहा है.'
कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने आरोप लगाया कि जानबूझकर यात्रा में व्यवधान डाला जा रहा है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे ऋषि-मुनि जब यज्ञ करते थे, तो दानव किसी न किसी प्रकार से हवन को रोकने का प्रयास करते थे. ठीक उसी प्रकार मछुआ आरक्षण के मुद्दे पर निकाली जा रही रथ यात्रा को लेकर भी कई लोग परेशान हैं और किसी न किसी तरीके से इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि आज जो अधिकारी दुर्व्यवहार कर रहे हैं, वे उन लोगों के समर्थक हैं जो पहले सरकार चला चुके हैं और उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह अधिकारी जानबूझकर निषाद समाज की प्रगति को रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रमुख सचिव, डीजीपी से करेंगे शिकायत
डॉ संजय निषाद ने स्पष्ट किया कि उनके लिए निषाद समाज का मान-सम्मान सबसे महत्वपूर्ण है और इस उद्देश्य के लिए ही यात्रा निकाली गई है. उन्होंने कहा कि यात्रा को अपने उद्देश्य तक पहुंचाना ही उनका एकमात्र लक्ष्य है. इसके साथ ही उन्होंने इस प्रकरण की जांच को लेकर प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी से शिकायत करने की बात कही. संजय निषाद ने सवाल उठाया कि आखिर किसके कहने पर यात्रा को रोकने की कोशिश की गई और उनके साथ दुर्व्यवहार क्यों किया गया.
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि आगामी 13 जनवरी 2025 को निषाद पार्टी अपना 12वां संकल्प दिवस गोरखपुर जिले में मनाने जा रही है. इस महत्वपूर्ण आयोजन में प्रदेश के सभी जनपदों से मछुआ समाज के लोग पहुंचेंगे. संकल्प दिवस पर मछुआ समाज के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक आरक्षण के मुद्दे को नई दिशा देने का कार्य किया जाएगा.
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