UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में बारिश के कारण गंगा नदी (Ganga River) का जलस्तर बढ़ गया. जलस्तर बढ़ने से कई घाट आंशिक रूप से डूब गए हैं. इन घाटों में अस्सी घाट (Assi Ghat), दशाश्वेमध घाट (Dashaswamedh Ghat) और नमो घाट (Namo Ghat) भी शामिल हैं. जलस्तर बढ़ने से जहां घाट डूब रहे हैं वहीं अब निचले इलाकों में रहने वाले लोगों में डर का माहौल है. 


गंगा आरती के स्थान को भी बदला गया


गंगा नदी के उफान पर होने के कारण सभी घाटों का संपर्क भी टूट गया है. लोग घाट के सहारे ही एक जगह से दूसरी जगह जाते थे लेकिन उन्हें अब गलियों का सहारा लेना पड़ रहा है. कुछ दिन पहले भी जलस्तर में गिरावट देखी गई थी तो लोगों ने औऱ खासकर पर्यटकों ने राहत की सांस ली थी लेकिन अब जलस्तर फिर बढ़ रहा है. बढ़ते जलस्तर के कारण गंगा आरती के स्थान को ऊप किया गया है. हालत यह है कि श्मशान घाट तक डूब गए हैं और अंतिम संस्कार भी घाट की जगह गलियों में करना पड़ रहा है. 



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खतरे के निशान से कुछ मीटर ही नीचे हैं गंगा


जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि अगले 24 घंटे के अंदर यह चेतावनी बिंदू को पार कर जाएगा. गंगा नदी का जलस्तर गुरुवार को 67.54 मीटर मापा गया था जिसमें लगभग एक मीटर से अधिक की वृद्धि देखी गई है. अभी फिलहाल यह खतरे के निशान से ढाई मीटर नीचे बह रही है. वाराणसी के घाटों की तस्वीरें सामने आ रही हैं जिसमें घाट की सीढ़ियां डूब चुकी हैं.  घाट के किनारे कई मंदिर मौजूद हैं जिससे श्रद्धालुओं को पूजा करने में परेशानी हो रही है. उधर, वाराणसी प्रशासन ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए सहायता के लिए नंबर जारी किया है और 40 राहत शिविर बनाए गए हैं. 


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