लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पुलिस अब लोगों के इंटरनेट सर्च डेटा पर नजर रखेगी, ताकि वे यौन सामग्री देखने वालों पर नजर रख सकें. यदि कोई व्यक्ति इंटरनेट पर अश्लील सामग्री सर्च करता है, तो 'यूपी वीमेन पॉवरलाइन 1090' अलर्ट हो जाएगा और पुलिस टीम 'महिलाओं के खिलाफ अपराध' को रोकने के लिए व्यक्ति तक पहुंच जाएगी. इस परियोजना को पहले छह जिलों में आयोजित किया गया था और इसे जनता से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी.
अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) नीरा रावत ने कहा कि इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के मद्देनजर, महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए पॉवरलाइन 1090 उक्त व्यक्ति तक पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा कि डेटा का उपयोग करके इंटरनेट पर क्या खोजा जा रहा है, इस पर नजर रखने के लिए एक कंपनी को काम पर रखा गया है. उन्होंने कहा, "मूल रूप से, यह इंटरनेट के एनालिटिक का अध्ययन करने के लिए है. यदि कोई व्यक्ति पोर्न देखता है, तो एनालिटिक्स टीम को जानकारी मिल जाएगी."
यूपी में लगभग 1.16 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं
पोर्नोग्राफी की खोज करने वालों को एक अलर्ट मैसेज मिलेगा और सूचना पुलिस के साथ साझा हो जाएगी. उन्होंने कहा, "फिर इंटरनेट डेटा 1090 टीम को सूचित करेगा. टीम तब व्यक्ति को 'जागरूकता संदेश' भेजेगी." अनुमान के अनुसार उत्तर प्रदेश में लगभग 1.16 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं.
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