आगरा, एबीपी गंगा। प्रदेश के कई जिलों में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। हालत ये है कि लोगों के पास पीने का पानी तक नहीं है। आगरा के पिनाहट ब्लॉक रेहा ग्राम पंचायत के एक गांव की हालत काफी खराब है। चंबल की तलहटी में घने बीहड़ के बीच बसे इस गांव के लोग पलायन को मजबूर है। इस गांव में अब सिर्फ 40-50 घर ही रह गए हैं।


लोगों का कहना है कि गांव में किसी भी जनप्रतिनिधि या प्रधान ने समस्या का निराकरण नहीं किया। गांव के लोगों की जरूरतों के लिए सिर्फ एक हैंडपंप लगा हुआ है। उसका पानी भी पीने योग्य नहीं है। मजबूरन ग्रामीणों को दो किलोमीटर दूर चंबल नदी से पानी लाना पड़ता है। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग दिन भर पानी भरने में लगे रहते हैं।


पानी की समस्या इतनी गंभीर है कि युवाओं की शादी भी बमुश्किल ही हो पाती है। गांव में करीब दो दर्जन से अधिक युवा कुंवारे बैठे हैं। आस-पास के गांवों के लोग इस गांव में अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहते हैं। 55 वर्षीय चरण देवी बताती हैं 'गांव के अंदर ज्यादातर युवा जवान है, रोजगार का कोई सहारा नहीं है जिसके कारण उन्हें बाहर गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र या दिल्ली नौकरी के लिए जाना पड़ता है।


गांव की एक और महिला ने बताया कि सुबह से ही बच्चे पानी भरने के लिए चंबल नदी किनारे चले जाते हैं और करीब कई घंटे बाद पानी लेकर वापस लौटते हैं। गांव के अंदर 2 दर्जन से अधिक युवा कुंवारे बैठे हुए हैं, रिश्तेदारों से रिश्तेदार तो आती हैं मगर अपनी लड़की को इस गांव में कोई ब्याहना नहीं चाहता है।