जालौन में बढ़ रहा है नदियों का जलस्तर, 158 बाढ़ प्रभावित गांवों में बनाई गईं 30 चौकियां
यूपी के जालौन जिले में 30 बाढ़ चौकियां भी बनाई गई है. इन क्षेत्रों में ड्यूटी लगाकर कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. 7 बाढ़ सुरक्षा केंद्र भी बनाए गए हैं.
Jalaun Flood: बारिश की वजह से बुंदेलखंड के जालौन में भी नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर लोगों को जागरूक कर रहा है. नदियों में पानी बढ़ने से जिले में 7 बाढ़ सुरक्षा केंद्र बनाए गए हैं और इसके साथ ही 30 बाढ़ चौकियां भी बनाई गई है. इन क्षेत्रों में ड्यूटी लगाकर कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है.
उफान पर हैं नदियां
यूपी के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. वहीं, जालौन जिले से यमुना, चम्बल और बेतवा नदी होकर गुजरती हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ के अलर्ट को देखते हुए 158 बाढ़ प्रभावित गांवो में 7 स्थानों पर बाढ़ सुरक्षा केंद्र बनाकर प्रभारियों की नियुक्ति की है. प्रत्येक बाढ़ सुरक्षा केंद्र पर लेखपाल एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
प्रशासन ने की है तैयारी
डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है. जिले के 158 बाढ़ प्रभावित गांवों में सुरक्षा के नजरिए से 30 चौकियां बनाई गई हैं. बाढ़ को देखते हुए 7 बाढ़ सुरक्षा केंद्र भी बनाएं गए हैं. सुरक्षा के लिहाज से कालपी क्षेत्र के के गांवों पर अधिकारियों से निगरानी रखने के लिए कहा गया है.
मंडरा रहा है बाढ़ का खतरा
बता दें कि, आगरा जिले के पिनाहट क्षेत्र से सटी चंबल नदी में बाढ़ का खतरा मडराने लगा है. पिनाहट में चंबल नदी घाट पर खतरे के निशान से महज 3 मीटर दूर है. चंबल के बढ़ते जलस्तर को लेकर डीएम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया जिसके बाद तटवर्ती इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. राजस्व कर्मचारियों को भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
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