Jalaun monsoon Rain: उत्तर प्रदेश के जालौन में मानसून की पहली बारिश ने स्मार्ट सिटी में शामिल उरई नगर के दावों की पोल खोल दी है. नालों की सफाई व्यवस्था ने नगर पालिका के दावों को हवा हवाई साबित कर दिया. बारिश की वजह से कई मोहल्ले और बाजार जलमग्न हो गए हैं. सड़कें पानी से लबालब भरी हैं तो वहीं दुकानों में भी गंदा पानी घुस गया. ये हाल तब है जब जून माहीने में नालों की सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे.


घरों में घुसा बारिश क पानी 
दो दिनों की झमाझम बरसात के बाद शहर के बाजार और मोहल्ले चंद मिनटों में जलमग्न हो गए. नाले और नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर आ गया. शहर के निचले इलाकों में बारिश और नालियों का पानी कई घरों में घुस गया. तुलसी नगर में जलभराव की वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई. पानी की निकासी को लेकर प्रशासन की तरफ से किसी तरह से कदम नहीं उठाए गए हैं. 


नहीं हो रही है सुनवाई 
वहीं, लोगों का कहना है कि 10 से 15 मिनट की तेज बारिश में भी पानी भर जाता है. 15 वर्षों से वो इसी परेशानी का सामना कर रहें हैं. सड़कों पर गड्ढे होने की वजह से वाहनों से जाना भी दुश्वार हो गया है. नगर पालिका और प्रशासन से कई बार इसकी शिकायत की लेकिन कोई भी समस्या सुनने को तैयार नहीं है.


परेशान हैं लोग 
कहने को तो उरई स्मार्ट सिटी है और स्वच्छता अभियान में पहला दर्जा भी हासिल कर चुकी हैं. लेकिन, लोगों के घरों में घुसा पानी नगर पालिका के दावों की पोल खोलता नजर आता है. जलभराव की वजह से दुकानदारों और राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के कई मोहल्लों में नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैला है और तीन फीट तक पानी सड़क पर जमा हो गया. 



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