गंगोत्री हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है. वहीं यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग ब्रह्मखाल राजकीय इंटर कॉलेज मुख्य मार्ग पर भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया हैं. अब आसपास की बस्तियों में खतरा बना हुआ है. लगातार मूसलाधार बारिश के चलते गंगोत्री नेशनल हाईवे, ज्ञानसू ,जोशियाड़ा, लदाडी, विकास भवन फूड हाउस कॉलोनी में जलभराव की समस्या हो गई है.  


बारिश के बाद सड़क तालाब में बदल गई है जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है. जलभराव के चलते कई बार दुपहिया वाहन चालक भी यहां चोटिल हो चुके हैं. वहीं जलभराव के साथ कीचड़ होने से फिसलने का भी खतरा बना रहता है. कई बार पैदल आवागमन करने के लिए रास्ता न बचने से आवाजाही का संकट उत्पन्न हो जाता है.


बरसाती नाले उफान पर


वहीं चम्पावत जनपद के पहाड़ों में कल से लगातार हो रही बारिश से जहां तराई टनकपुर क्षेत्र में बहने वाले बरसाती नाले उफान पर हैं. वहीं टनकपुर के सुप्रसिद्ध पूर्णागिरि मंदिर जाने वाले रास्ते भारी बारिश के कारण जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. भारी बारिश ने पूर्णागिरि मंदिर क्षेत्र में भी भारी तबाही मचाई है.


ऐसे हालातो में उत्तरप्रदेश से आये श्रद्धालुओं को जान जोखिम में डालकर नालों में तब्दील हुए रास्तों से सफर करना पड़ रहा है. श्रद्धालु के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पूर्णागिरि जाने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि वह उत्तर प्रदेश से पूर्णागिरि दर्शन करने हेतु आये थे लेकिन भारी बारिश से हुई तबाही के कारण उन्हें आधे रास्ते से ही जान बचाकर लौटना पड़ रहा है. हालातों की जानकारी देते हुए टनकपुर के तहसीलदार ललित मोहन तिवारी ने बताया कि अभी नुकसान का जायजा लिया जा रहा है. क्षेत्र में रेड अलर्ट घोषित है. मामले की पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है.


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