नैनीताल, एबीपी गंगा। नैनीताल में शनिवार दोपहर की आंधी ने बांज जैसे कई मजबूत पेड़ों को आसानी से गिरा दिया, इसके अलावा कीड़े लगे पेड़ भी जहां तहां गिर गए। पद्मश्री अनूप साह ने कहा कि नैनीताल की मॉल रोड में पेड़ चिन्हित कर उन्हें हटाने की जरूरत है, नहीं तो कभी बड़ा नुकसान हो सकता है। जिलाधिकारी ने वनाधिकारियों की बैठक बुलाकर रणनीति तैयार करने की बात कही है।
पहाड़ों में अक्सर मौसम का बिगड़ा मिजाज देखने को मिलता रहता है। इनदिनों बरसात का मौसम चल रहा है। दो तीन दिनों से लगातार बरसात हो रही थी कि इसी बीच तेज हवाओं ने विकराल रूप धारण कर लिया और अयारपाटा के जंगलों में सैकड़ों पेड़ों को माचिस की तिल्ली की तरह गिरा दिया। ये तूफान मॉल रोड होता हुआ ज्यूलिकोट और आगे को कहर बरपाते हुए निकल गया। थोड़ी देर चली इस हवा ने बांज जैसे मजबूत बुनियाद और जड़ों वाले पेड़ों को भी गिरा दिया। हवा ने अयारपाटा में बांज के अलावा सुरई, चीड़ और मॉल रोड में पॉप्युलर के कई पेड़ों को धराशाई कर दिया ।
वनों के क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञ, नैनीझील से लगे क्षेत्रों में अब ऐसे पेड़ लगाने की मांग कर रहे हैं जिनसे ना केवल झील को पानी मिलेगा बल्कि ये सुंदरता में भी ऊंचे होंगे जो दृश्य बाधित नहीं करेंगे । उन्होंने फलदार, फूलदार और पानी बचाने वाले वृक्षों को प्लानिंग के साथ लगाने के लिए एक कमेटी का गठन कर सोच समझकर वृक्ष रोपने को कहा है ।
इस मामले में जब जिलाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नगर में गिरे पेड़ों का निस्तारण कर लिया गया है। खतरनाक पेड़ों को चिन्हित कर निस्तारित करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है और साथ में स्थलीय निरीक्षण भी किया जाएगा ।