रायबरेली, एबीपी गंगा। बेमौसम की बारिश ने किसानों का हाल बेहाल कर दिया है। कई सालों बाद इस बार आलू की फसल अच्छी तैयार हुई थी। जिसे देख किसानों को अच्छे मुनाफे की उम्मीद थी। लेकिन, मौसम ने सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया। आलू की फसल बर्बाद हो गई, यह नहीं इसके साथ सरसो को भी बड़ा नुकसान हुआ। हालात यहां तक आ गये कि बचत की कौन कहे, अब तो लागत भी निकल पाना मुश्किल है। जिसे लेकर इलाके के किसान बेहद परेशान हैं।


सर्दी का मौसम इस बार जिले के किसानों के लिए आफत बन गया। क्षेत्र के किसानों के मुरझाए हुए चेहरों को देख इसका अंदाजा साफ लगाया जा सकता है। आलू की फसल झुलसा रोग की चपेट में आ गई। वहीं सरसो की फसल के फूल और फलियां कोहरे व पाले में झुलस गई हैं। कहिजर गांव के किसानों का कहना है कि कई साल बाद इस बार आलू की अच्छी फसल तैयार हो रही थी। ठीक-ठाक बचत का अंदाजा लगाया जा रहा था। सरसो का भी उत्पादन अच्छा होने की उम्मीद थी। लेकिन, मौसम ने किसानों के इन सारे सपनों पर पानी फेर दिया। कोहरे और पाले के कारण फसलें चौपट हो गईं है। किसानों का कहना है कि अब फायदे की बारे में सोचना बेकार है। फसलों की जो स्थिति है, उसमें तो लागत निकल आए तो वही बहुत है।