UP Weather Update: यूपी समेत उत्तर भारत में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है. शीतलहर और कोहरे को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित की जा रही है. सर्द हवाओं से तापमान में आए दिन गिरावट हो रही है. सड़कों पर विजिबिलिटी कम होने से गाड़ियों की रफ्तार धीमी पड़ गई है. रेल यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लंबी दूरी की ट्रेनों को निरस्त करना पड़ रहा है. मुसाफिरों को ट्रेन के कैंसिल होने, लेटलतीफी और समय सारणी में बदलाव से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मौसम की मार को देखते हुए कानपुर सेंट्रल से होकर गुजरने वाली 26 ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है. सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय मानते हैं कि यात्रियों के साथ रेलवे को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.


26 ट्रेनें निरस्त, 8 शॉर्ट टर्मिनेट, 32 चल रही हैं लेट


सुरक्षित सफर के लिए ड्राइवरों को ट्रेन 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ज्यादा नहीं चलाने का निर्देश दिया गया है. इमरजेंसी में ट्रेन रोकने के लिए पर्याप्त डिस्टेंस बनाए रखने को कहा गया है. इमरजेंसी ब्रेक लगाने के लिए 400 मीटर की डिस्टेंस कम से कम चाहिए. 8 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है. 32 ट्रेनें कोहरे में निर्धारित समय से कई घंटे लेट चल रही हैं. उत्तर मध्य रेलवे के प्लेटफॉर्म पर स्टॉल 24 घंटे खोलने की इजाजत दी गई है. यात्रियों को खान पान की सुविधा पहुंचाने के लिए स्टॉल 24 घंटे खुला रखने को कहा गया है.


पैंट्री कर्मियों को प्रत्येक रिजर्वेशन और सामान्य बोगियों में पहुंचने का निर्देश दिया गया है. सीपीआरओ ने आगे बताया कि ट्रेनों के इंतजार में प्लेटफॉर्म पर बैठे यात्रियों तक पहुंचने का निर्देश रेल कर्मियों और जीआरपी जवानों को दिया गया है. रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों पर भी घने कोहरे की मार पड़ रही है. विजिबिलिटी कम होने से ड्राइवरों को सड़क किनारे बस रोकना पड़ रहा है. रोडवेज की बसें गंतव्य स्थान तक देर से पहुंच रही हैं. कानपुर बस डिपो से निर्धारित समय पर बसें नहीं निकल रही हैं.


कोहरे और शीतलहर के कारण रफ्तार पर ब्रेक


सुबह 11 बजे से पहले रोडवेज बसों को गंतव्य स्थान के लिए नहीं छोड़ा जा रहा है. रात को चलने वाले ड्राइवर कोहरा साफ होने तक इंतजार करने को मजबूर हैं. रोडवेज के एआरएम केके आर्य ने बताया कि समय पर ट्रेन नहीं मिलने से यात्री बस पकड़ने को भागते नजर आ रहे हैं. रोडवेड की बस सेवाएं भी यात्रियों की अपेक्षाओं पर पूरा नहीं उतर रही हैं. बस ड्राइवर की जिम्मेदारी सुरक्षित सफर की होती है. घने कोहरे ने बसों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. ड्राइवरों को कोहरा साफ होने तक किनारे बस खड़ी कर इंतजार करना पड़ रहा है. ट्रेन छोड़कर बस से सफर करनेवाले यात्रियों की भीड़ झकरकटी डिपो में देखी जा सकती है. 


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