देहरादून/लखनऊ, एबीपी गंगा। मानसून का कहर उत्तराखंड में जारी है। लगातार हो रही बारिश ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। पहाड़ों से लेकर मैदान तक पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। दो दिनों से राजधानी देहरादून में लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों में जबदस्त जलभराव हो रखा है। मूसलाधार बारिश से सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं, तो लोगों को आवाजाही में भी खासी दिक्कते झेलनी पड़ रही हैं।
उत्तराखंड में नदियां-नाले उफान पर
दो दिन से लगातार हो रही बारिश ने उत्तराखंड के लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। सड़कों पर दरिया बह रहा है, तो गली मोहल्ले जलमग्न हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि सड़कों पर जमा पानी घरों में घुसने लग गया है। रात से चल रही मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर में ऐसा हाल कर दिया है कि सड़कें नजर ही नहीं आ रही हैं, पानी घरों के आंगन तक पहुंच गया है। नदियां-नाले सब उफान पर हैं।
एक हफ्ते तक भारी बारिश की चेतावनी
आमतौर पर शांत और सूखी रहने वाली रिस्पना नदी अपने उफान पर है। लोग नदियों और नालों से डरे हुए हैं, तो वहीं पुलिस ने भी नदियों और नालों के पास रहने वालों को वहां से दूर चले जाने के साथ ही सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उधर, मौसम विभाग ने अभी एक हफ्ते भारी बारिश रहने की चेतावनी दी है। जिसका मतलब साफ है कि उत्तराखंड में अभी कुछ दिन और मुसीबत की बारिश होने वाली है।
यूपी में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी
उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भीषण गर्मी से भले ही इस बारिश ने राहत दी हो, लेकिन यूपी के कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने लोगों की परेशानी भी बढ़ा दी है। इसके चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी की राजधानी लखनऊ और बस्ती में सबसे ज्यादा बारिश हो सकती है। मंगलवार को भी दिनभर लखनऊ में बारिश होती रही। उधर, प्रयागराज में भी मेघ शांत होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
प्रयागराज में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश
कुंभ नगरी प्रयागराज में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। किसी वक्त तेज बारिश होती है, तो बाकी समय रिमझिम फुहारें मौसम को खुशनुमा बना रही हैं। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जहां एक तरफ गर्मी से जूझ रहे लोगों को खासी राहत दी है, वहीं इसने किसानों के चेहरों पर भी मुस्कान बिखेर दी है। हालांकि बारिश की वजह से लोगों को कुछ दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। तेज बारिश होने पर कई जगह जलभराव हो जा रहा है, तो कई जगहों पर पेड़ टूटकर सड़क पर गिर पड़े हैं। जलभराव की समस्या इस साल कुछ कम है, लेकिन इसने नगर निगम के दावों की पोल खोलकर रख दी है।
वहीं, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, बिजनौर, संभल, बलरामपुर, श्रीवस्ती, बहराइच, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और गोंडा समेत महोबा, हमीरपुर, संत कबीरनगर, कौशांबी में भी अगरे 72 घंटे में भारी बारिश होने के आसार हैं। बता दें कि मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 11 से 15 जुलाई तक देश के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।