Brij Bhushan Sharan Singh: पहलवान (Wrestler) विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और कैसरगंज (Kaisarganj) से बीजेपी (BJP) सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष होने के साथ ही बृजभूषण शरण सिंह वर्तमान में यूपी स्थित कैसरगंज (Kaisarganj) लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद भी हैं. लेकिन इससे पहले भी उनका राजनीतिक करियर काफी विवादों में रहा है. 


बृजभूषण शरण सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1988 में की थी. इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह 1991 में पहली बार कैसरगंज से सांसद बने थे. तब उन्होंने मनकापुर राजघराने के वर्चस्व को खत्म किया था. वहीं 1999 में चुनाव लड़े और फिर जीत दर्ज की. 1999 से लेकर 2019 तक ये हर चुनाव जीतते आए हैं. लेकिन खास बात ये है कि बृजभूषण शरण बीच बीजेपी से विवाद होने के बाद वे सपा में चले गए थे.


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सपा के टिकट पर जीत चुनाव
सपा के ही टिकट पर 2009 में उन्होंने कैसरगंज से चुनाव जीता था. लेकिन इसके बाद फिर बीजेपी में वापस आए और 2014 के बाद 2019 में भी लोकसभा का चुनाव जीते थे. बृजभूषण शरण सिंह गोंडा के रहने वाले हैं. बीजेपी में आने से पहले वे कॉलेज के दिनों में छात्र संघ का भी चुनाव लड़े और अध्यक्ष बने थे. कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के तौर पर पहली बार बृज भूषण सिंह 2011 में चुने गए थे. इसके बाद से 2019 में तीसरी बार वे अध्यक्ष चुने गए.


सांसद बृजभूषण शरण की गिनती हिंदूवादी छवि वाले प्रखर नेताओं में होती है. ये अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद केस में भी अभियुक्त रहे चुके हैं. लाल कृष्ण आडवाणी के साथ इनका नाम 40 अभियुक्तों की सूची में था. हालांकि 2020 में कोर्ट ने बीजेपी सांसद समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. बृजभूषण गोंडा, अयोध्या, कैसरगंज, बलरामपुर और आसपास के इलाकों में काफी अच्छी पकड़ रखते हैं. इनकी छवि हमेशा से क्षेत्र में रहने वाले नेताओं में रही है.