UP Politics: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में अपनी नई जिम्मेदारी को लेकर मंगलवार को शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने खुलकर जवाब दिया है. सपा नेता ने कहा कि मेरे लिए पद कोई मायने नहीं रखता है. पद मिले या ना मिले आजीवन समाजवादी पार्टी के लिए ही काम करूंगा. यह मेरा अंतिम फैसला है. मैं प्रदेश अध्यक्ष रह चुका हूं. महासचिव रह चुका हूं. नेता विपक्षी दल रह चुका हूं और साथ ही मैंने चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनवाई है. लेकिन इसके बावजूद किसी पद को पाने की कोई लालसा नहीं है.


सपा विधायक ने कहा, "पार्टी में उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे वह ठीक से निभाएंगे. अगर कोई पद या जिम्मेदारी नहीं भी मिली तब भी वह संगठन के लिए काम करेंगे. कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेंगे और पार्टी को मजबूत करने की कोशिश करेंगे. अब वह पद को छोड़कर पार्टी को मजबूत करने के काम में लगे हुए हैं. जो भी पद या जिम्मेदारी मिली है उसे उन्होंने ठीक तरीके से निभाया है. कोई पद मिले या ना मिले कोई जिम्मेदारी मिले या ना मिले लेकिन वह आजीवन समाजवादी पार्टी के साथ ही रहेंगे."



'BJP में सुभासपा का विलय करने जा रहे हैं ओम प्रकाश राजभर, कैबिनेट में होंगे शामिल', सपा नेता का बड़ा दावा


अखिलेश यादव पर भी की टिप्पणी
शिवपाल यादव ने कहा, "मैं समाजवादी परंपरा से हूं, जहां मेरे लिए पद कोई मायने नहीं रखता. शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि जयप्रकाश नारायण और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के पास कोई पद नहीं था, लेकिन वह दोनों जब बाहर निकले तो उन्होंने राजनीति में हलचल मचा दी. इसी तरह वह भी पद की कोई लालसा नहीं रखेंगे और संगठन को मजबूत करने का काम करते रहेंगे. वह पहले भी नेता विरोधी दल रह चुके हैं. इस वक्त अखिलेश इस भूमिका को निभा रहे हैं और अच्छे से व बेहतर तरीके से निभा रहे हैं."


उन्होंने कहा, "पद पाना ही सब कुछ नहीं होता, वह निकल पड़े हैं तो पार्टी को इसका फायदा जरूर मिलेगा. हम भी बाहर निकले हैं. अखिलेश भी निकल रहे हैं और दोनों की इस मेहनत से संगठन मजबूत होगा. विपक्षी पार्टियों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. यह लोकतंत्र के लिए खतरा है. बीजेपी की सरकार लोकतंत्र पर हमला कर रही हैं."