• मधुबाला ने अपने जीवंत किरदारों से फिल्म जगत में एक अनोख़ी पहचान बनाई थी। बेजोड़ एक्टिंग और सादगी के लिए मशहूर मधुबाला आज ही के दिन यानी 23 फरवरी 1969 को इस दुनिया को अलविदा कह गईं।
  • महज 36 साल की जिंदगी में उन्होंने अपनी अदाकारी और खूबसूरती से ऐसा जलवा बिखेरा जो आज तक कायम है। मुगलिया शान-ओ-शौकत दिखाती ‘मुगल-ए-आजम’ हो या फिर किशोर कुमार और बंधुओं के हास्य से भरी ‘चलती का नाम गाड़ी’, मधुबाला के दिलकश और शोख अंदाज ने इन फिल्मों को यादगार बना दिया।
  • वो दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत मानी जाती हैं। उन्हें लाखों लोगों ने दिल दिया, लेकिन ये उनकी बदकिस्मती ही थी कि उन्हें कभी उनका प्यार नहीं मिल सका और जब शादी की, तो मां नहीं बन सकीं। बात हो रही है भारतीय सिनेमा की वीनस कही जाने वाली मधुबाला की।
  • 1962 में आई निर्माता व निर्देशक कालीदास की फिल्म हाफ टिकट में मधुबाला के अपोजिट किशोर कुमार थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था।  इस फिल्म से ही किशोर और मधुबाला की नजदीकियां  बढ़ गई थीं।  इस जोड़ी को दर्शकों ने भी खूब पसंद किया था।
  • मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान और आयशा बेगम के 11 बच्चे थे। इनमें 7 बेटियां और 4 बेटे थे। दुर्भाग्यवश कोई भी बेटा जी नहीं सका। मधुबाला 5वें नंबर की बेटी थीं। पिता की नौकरी जाने के बाद मधुबाला को फिल्मी दुनिया में आना पड़ा था।
  • मधुबाला का असली नाम मुमताज जहां बेगम देहलवी था। उन्होंने बतौर चाइल्ड ऐक्टर पहली फिल्म बसंत की थी। मधुबाला अपनी मौत तक परिवार की अकेले कमाने वाली सदस्य रहीं।
  • मधुबाला को दिलीप कुमार से प्यार हुआ था। ये अफेयर 9 साल तक चला। दोनों की मंगनी भी हो गई थी। लेकिन छोटी सी वजह से वे हमेशा के लिए बिछड़ गए।
  • इसके बाद मधुबाला की जिंदगी में किशोर कुमार आए। दोनों का अफेयर तीन साल तक चला फिर उनकी शादी हो गई। उस वक्त मधुबाला 27 साल की थीं। शादी के बाद वह बीमार हुईं।
  • किशोर उन्हें लंदन लेकर गए जहां डॉक्टरों ने कह दिया कि वह बस 2 साल जिंदा रहेंगी। मधुबाला के दिल में छेद था। इसके बाद किशोर उन्हें यह कहते हुए पिता के घर छोड़कर चले गए कि वह शूटिंग में बिजी रहते हैं और ठीक से देखभाल नहीं कर पाएंगे। लेकिन वह उनके साथ ही रहना चाहती थी।
  • डॉक्टर्स ने मधुबाला को 2 साल का वक्त दिया था फिर भी वे अपनी दृढ़ इच्छा से 9 साल तक जी गईं। 23 फरवरी 1969 को मधुबाला की मौत हो गई। बताते हैं उनके अंतिम संस्कार में दिलीप कुमार पहुंचे थे। मधुबाला के घर तीन दिनों तक खाना उनके घर से ही आया था।