जब कभी खुशी कभी गम की सफलता के बाद शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म मोहब्बतें रिलीज हूई तो दर्शकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था क्योंकि एक बार फिर से स्क्रीन पर उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के शहंशाह और बादशाह दोनों को देखने का मौका मिल रहा था। वहीं खबरों की माने तो इन दोनों सुपरस्टार्स को एक साथ स्क्रीन पर देखने का दर्शकों का सपना काफी पहले ही पूरा हो सकता था।



90 के दशक में शाहरूख खान और अमिताभ बच्चन दोनों ही बॉलीवुड पर छाए हुए थे। दरअसल, 90 के दशक में डायरेक्टर इंदर कुमार एक फिल्म बनाने वाले थे, जिसे अमिताभ बच्चन के प्रोड्क्शन हाउस के तहत ही बनाया जा रहा था। इस फिल्म में शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित लीड रोल निभाने वाले थे, लेकिन बाद में खबर आई कि शाहरुख ने इस फिल्म को करने से इंकार कर दिया है जिसके बाद उनकी जगह आमिर खान को कास्ट किया गया है।



 इसके बाद जब एक इंटरव्यू में शाहरुख खान से इस बारे में पूछा गया तो शाहरूख ने कहा- 'हां मैं इस फिल्म को करने वाला था, लेकिन दुर्भाग्यवश में नहीं कर पाया। इस बारे में मेरी और मिस्टर बच्चन की काफी देर तक बात भी हुई थी, मैंने उन्हें बताया था कि फिल्हाल मेरे पास इस फिल्म को देने के लिए डेट्स नहीं हैं। अगर मैं इस फिल्म के लिए सुभाष घई और यश चोपड़ा की फिल्म जो मैं कर रहा था उसे नहीं करता तो ये गलत होता। मैं खुद भी अपने काम को कम करना चाहता था, मैं दो साल में सिर्फ 9 फिल्मों में काम करना चाहता था, मैं फिल्मों की गिनती को कम करके कुछ अच्छा काम करना चाहता था। इतना ही नहीं मैंने मिस्टर बच्चन को इंतजार करने के लिए भी कहा था मगर वो जानते थे कि मैं अपनी फिल्मों में बहुत बिजी हूं, उसके बाद मैंने उनके प्रोडक्शन हाउस की एक और फिल्म के लिए हां कहा है जो मैं अगले साल शूट करूंगा, जिसे अब्बास-मस्तान डायरेक्ट करने वाले हैं।'



इस इंटरव्यू में शाहरुख ने आगे कहा कि- मैं अमिताभ बच्चन के साथ काम करने के लिए अपनी जिंदगी भी दे सकता हूं, लेकिन इसके बावजूद मैं उस फिल्म में काम नहीं कर पाया। मैं उस फिल्म में सिर्फ अमिताभ बच्चन के लिए ही नहीं बल्कि इंदर कुमार और माधुरी के साथ काम करने के लिए भी काफी एक्साइटेड था, लेकिन मैं ये भी नहीं चाहता था कि मैं एक दिन में 18 घंटे शूटिंग करूं और अपने काम के साथ न्याय ना कर सकूं।' इस फिल्म को लेकर मैंने अमित जी और जया जी दोनों से बात की थी। दोनों ने कहा कि इस इंडस्ट्री में किसी को भी अपना फायदा मत उठाने देना। वो दोनों बहुत अच्छे हैं, उन्होंने मुझे समझा। वैसे आप कह सकते हैं कि मेरे नुकसान की वजह से आमिर का फायदा हो गया।



आपको बता दें कि आगे चलकर ये फिल्म बनी ही नहीं, हालांकि इस फिल्म के लिए आमिर और माधुरी दोनों ने ही हां कर दी थी। इतना ही नहीं अब्बास-मस्तान के साथ जो फिल्म शाहरूख करने वाले थे वो भी डब्बा बंद हो गई थी, जिसके बाद शाहरूख ने उनके डायरेक्शन में साल1999 में फिल्म 'बादशाह' में काम किया था।