अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन संवाद कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से सीधा संवाद किया. इसी कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने अयोध्या जनपद के मुमताज नगर की रहने वाली कुमकुम से भी बातचीत की. अयोध्या जनपद के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने सहारनपुर, लखीमपुर खीरी, चित्रकूट और वाराणसी के लाभार्थियों से भी ऑनलाइन संवाद किया. प्रधानमंत्री से बातचीत कर अयोध्या की कुमकुम अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रही है.
प्रधानमंत्री से ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिए संवाद करने के लिए अयोध्या जनपद के मुमताज नगर में सारी व्यवस्था जिला प्रशासन ने की थी. इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को भी बुलाया गया था. कार्यक्रम में ग्राम प्रधान से लेकर जिले के उच्च अधिकारी और अयोध्या जनपद के सभी विधायक और सांसद भी मौजूद थे. हर कोई यही सोच रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आवास योजना के लाभार्थी कुमकुम से क्या सवाल करते हैं और उसका वह क्या जवाब देती है. कक्षा 8 तक पढ़ी कुमकुम प्राइमरी पाठशाला में खाना बनाने का कार्य करती हैं.
पीएम बोले-आप को तो अंग्रेजी आती है
प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान जब कहा कि, आप तो अयोध्या की धरती पर हैं. जवाब में उसने यस सर कहा तो प्रधानमंत्री ने उससे ठिठोली भी की और कहा आप अंग्रेजी बोलती हैं. इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कोरोना वायरस के दौरान आपने कभी सोचा था कि घर बन जाएगा तो उसने कहा नहीं सोचा था. लेकिन अब लग रहा है अपना घर है. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उससे यह भी पूछा कि आवास के लिए भटकना तो नहीं पड़ा या कोई परेशानी तो नहीं हुई या फिर पैसे को लेकर तो कोई बात नहीं हुई. जवाब में कुमकुम ने कहा कि नहीं प्रधान के जरिए उसने फॉर्म भरा था और उसे कहीं भटकना नहीं पड़ा.
वीआईपी बन गई कुमकुम
प्रधानमंत्री से बातचीत करने के बाद कुमकुम अचानक अपने आप में वीआईपी बन गई हैं. हर कोई उसे बधाई दे रहा है और पहले से अधिक सम्मान की नजर से देख रहा है. वहीं, अन्य लाभार्थी भी अपने आप को प्रसन्न चित्त महसूस कर रहे हैं. हमने एक मुस्लिम महिला लाभार्थी से पूछा भी कि, क्या वैसा ही सब कुछ है जैसा कुमकुम बता रही हैं और क्या उसका आवास बन रहा है या नहीं. जवाब में इशरत जहां ने संतुष्टि जताई और आवास के लिए प्रधानमंत्री का आभार भी जताया.
कुमकुम ने कहा कि, बहुत खुशी महसूस हो रही है. यह गर्व की बात है कि, प्रधानमंत्री जी से हमें बात करने का मौका मिला, इससे बड़ी क्या बात हो सकती है. उन्हीं के माध्यम से रहने को हमें छत मिला. उनको धन्यवाद हमेशा रहेगा.
आवास के लिये कहीं भटकना नहीं पड़ा
पीएम आवास योजना की अन्य लाभार्थी इशरत जहां ने बताया कि, हम हरिपुर जलालाबाद के रहने वाले हैं. हमें बहुत अच्छा लगा. आवास के लिये हमें कहीं जाना नहीं पड़ा. प्रधान हमारे घर पर आए और हमें दूसरी किस्त भी मिल गई है. एक 40,000 की दूसरी 70000 की. हमारे घर की छत पड़ गई है, कुछ प्लास्टर भी हो गया है.
ये भी पढ़ें.