नई दिल्ली, पंडित शशिशेखर त्रिपाठी। क्या आप अक्सर दुर्घटना के शिकार हो रह रहे हैं। आखिर ऐसा आपके साथ क्यों हो रहा है और इससे कैसे बचा जा सकता है। इसके बारे में विस्तार से बताया है आपके एस्ट्रो फ्रेंड पंडित शशिशेखर त्रिपाठी। यहां दुर्घटना से वाहन के एक्सीडेंट की बात हो रही है।
कुंडली में दुर्घटना के कई टेक्निकल कारण होते हैं। व्यक्तिगत कुंडली में दशा का प्रभाव, ग्रहों के योग का प्रभाव, कुंडली पर गोचर का प्रभाव, कई तरीकों से दुर्घटनाएं घट सकती हैं। लेकिन हम लोग आज कुछ जर्नल बात करते हैं कि कौन सा ग्रह मुख्य रूप से दुर्घटना का कारक होता है।
- सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है जो दुर्घटना कराता है वह है राहु।
- किसी भी प्रकार की दुर्घटना हो, बिना राहु के सहयोग के नहीं हो सकती है।
- राहु और मंगल भी बड़ा भयंकर एक्सीडेंट कराते हैं।
किस तरह का एक्सीडेंट किस ग्रह के कारण हो सकता है
सूर्य
- सूर्य यदि मारक घर के स्वामी हो या बहुत अधिक कुपित हो, इनके दुर्घटना में सहयोग से सीधी चोट हड्डी पर ही लगती है। सबसे ज्यादा खतरा स्पाइन को होता है। रीढ़ की हड्डी पर चोट लगने की प्रबल आशंका हो जाती है।
- सूर्य के द्वारा कराया गया एक्सीटेंड सरकारी गाड़ी, या स्वतः ही स्लिप करते चोट लगने की आशंका अधिक होती है।
उपाय
यदि कुंडली मे सूर्य की स्थिति ठीक न हो तो आपसे निवेदन है कि सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर उनको अर्घ्य दिया करें।
चन्द्रमा
- चंद्रमा के कारण जब दुर्घटना होती है, तो व्यक्ति के भीतर दहशत बैठ जाती है। मानसिक रूप से गहरा आघात पहुंचता है।
- वाहन दूध की गाड़ी, चावल भरा ट्रक, सफेद गाय से टक्कर आदि हो सकती है।
उपाय
शिव की उपासना करनी चाहिए। वाहन चलाते समय वाहन के अन्दर महामृत्युंजय जाप करें या ऑडियो बजा सकते हैं।
मंगल
- दुर्घटना में मंगल का इंवोल होता है, तब ऐसी दुर्घटना होती है जिसमें खून अवश्य आ जाता है। मंगल में अक्सर ब्रेन में चोट गलती है।
- वाहन- पुलिस की गाड़ी , पशु ले जाने वाले वाहन, ऊंची गाड़ी
उपाय
हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
बुध
- दुर्घटना के दौरान स्किन को पहले चोट पहुंचाता है और अधिक तेज दुर्घटना होने पर दिमाग पर चोट लगती है।
- कई बार देखा गया है कि दुर्घटना के दौरान शारीरिक से अधिक मानसिक चोट लगती है। जिसमें याददाश को खतरा होता है।
- बुध का प्रभाव तेज रफ्तार से आती हुई और अत्याधुनिक गाड़ियों पर देखने को मिलता है। पड़े से टकरा कर दुर्घटना होती है।
बृहस्पति
- जब भी दुर्घटना होती है उसमें अंदरूनी चोट लगती है और सूजन देखने को मिलता है..
शुक्र
- जब भी दुर्घटना होती है, तो उसमें सबसे पहले शरीर में मर्म स्थान पर चोट लगती है। आंख में चोट लग सकती है। किडनी को डेमेज कर सकता है।
- वाहन- लग्जरी गाड़ी से दुर्घटना होने के अधिक चासेंज होते हैं, यह भी संवभ है कि जिस वाहन से दुर्घटना हो वह महिला चला रही हो।
शनि
- शनि जब दुर्घटना कराते हैं तब इस स्थिति में अंदरूनी चोट देखने को मिलती है।
- ये दुर्घटना माल गाड़ी से अधिक होती दिखती है।
राहु
- राहु के कारण जब एक्सीडेंट होता है खतरनाक होता है स्किन खराब हो जाती है, बाद में किहीं कारणों से इंफेक्शन भी हो जाता है।
- यदि राहु के साथ मंगल का कांबिनेशन बन जाएं, तो वाहन में ब्लास्ट तक हो जाता है।
उपाय
अभिषेक करें। भुजंग की उपासना।
केतु
- कोई भी अंग भंग हो सकता है। शरीर में कट लग जाता है।
- खाई में गिर कर या ऊंचा से गिर कर दुर्घटना हो सकती है।
- नोट- राहु और केतु अपना निशान छोड़ कर जाता है।
उपाय
गणेश जी कि उपासना
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